गोंडा सहकारिता क्षेत्र के उर्वरक विक्रय केंद्रों पर मंगलवार को ताबड़तोड़ छापेमारी हुई – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

गोंडा सहकारिता क्षेत्र के उर्वरक विक्रय केंद्रों पर मंगलवार को ताबड़तोड़ छापेमारी हुई

1 min read
😊 Please Share This News 😊

बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र ( सम्पादक- मुकेश भारती :सम्पर्क सुत्र- 9161507983 )
गोंडा : ( राम बहादुर मौर्य – ब्यूरो रिपोर्ट )


                  गोंडा सहकारिता क्षेत्र के उर्वरक विक्रय केंद्रों पर मंगलवार को ताबड़तोड़ छापेमारी हुई

गोंडा। सहकारिता क्षेत्र के उर्वरक विक्रय केंद्रों पर मंगलवार को ताबड़तोड़ छापेमारी हुई। कुल 25 दुकानों व सहकारी गोदामों पर छापेमारी की गई। जिसमें दो साधन सहकारी समितियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। शासन के निर्देश के क्रम में जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही द्वारा उर्वरक निरीक्षकों की टीम बनाकर सहकारिता क्षेत्र के सभी उर्वरक बिक्री केंद्रों एवं बफर स्टॉक में एक साथ छापेमारी की कार्रवाई करवाई गई। जिलाधिकारी द्वारा उप कृषि निदेशक शैलेंद्र कुमार शाही तथा सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता अनिल कुमार अग्रवाल को तरबगंज व मनकापुर तथा जिला कृषि अधिकारी जेपी यादव एवम एडीसीओ सतई राम वर्मा को सदर व करनैलगंज के लिए नामित करते हुए एक साथ पूरे जिले में सहकारिता क्षेत्र के साधन सहकारी समितियों, पीसीएफ केंद्रों, सहकारी संघ एवं क्रय विक्रय की दुकानों पर छापेमारी की कार्रवाई करवाई की गई। जिसमें जिला कृषि अधिकारी द्वारा चार नमूने ग्रहण करते हुए 14 दुकानों का निरीक्षण किया गया। जिसमे साधन सहकारी समिति मुंडेरवा माफी एवं साधन सहकारी समिति पहाडापुर हलधरमऊ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिसके साथ साथ उप कृषि निदेशक द्वारा 11 दुकानों का निरीक्षण किया गया। इस प्रकार कुल जिले में 25 दुकानों पर छापेमारी करते हुए उनके स्टाक को पीओएस मशीन से मिलान करते हुए सभी सचिवों को निर्देशित किया गया कि गोदाम में उपलब्ध स्टाक एवं मशीन दोनों में बराबर होना चाहिए। यदि किसी के दुकान पर दोनों में कोई अंतर पाया जाता है या कोई अधिक मूल्य पर उर्वरक विक्री करते है तो उसके खिलाफ उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।


राम बहादुर मौर्य बहुजन इंडिया 24न्यूज़ गोंडा

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

Donate Now

[responsive-slider id=1466]
error: Content is protected !!