फिरोजाबाद ओमवीर सिंह ने रक्षाबंधन की रात नहर गोपालपुर कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

फिरोजाबाद ओमवीर सिंह ने रक्षाबंधन की रात नहर गोपालपुर कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली

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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र ( सम्पादक मुकेश भारती- सम्पर्क सूत्र 9161507983)
फिरोजाबाद : ( ‌आर पी सिंह – ब्यूरो रिपोर्ट ) दिनांक- 25 – अगस्त- 2021- बुधवार


        फिरोजाबाद ओमवीर सिंह ने रक्षाबंधन की रात नहर गोपालपुर कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली

दिनांक.25.8.2021 ग्राम नगला छिद्दू निवासी ओमवीर सिंह (उम्र लगभग रही होगी 26 वर्ष) ने रक्षाबंधन की रात नहर गोपालपुर पर कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली, अब जब यह अप्रिय घटना हो चुकी तब हमारे पास ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना के अतिरिक्त और शेष कुछ नही बचता।जहाँ तक मेरा मानना है इस तरह की घटना को पहले से रोका जा सकता है, इस प्राकर की घटना कोई त्वरित घटना नही होती, इसमे बहुत पहले से व्यक्ति किसी ना किसी चीज को लेकर परेशान रहता है तब उसको जरुरत है सही समय पर मार्ग दर्शन की, अधिकांश लोगों को “लोग क्या कहेंगे” ये जो बड़ी बीमारी है इसमें फसते देखा गया है, अच्छा एक बात और समाज इस स्तिथि में पहुँचा कैसे तो जहाँ तक में समझता हूं यह लोगों का आध्यात्मिक गलियारों से दूरी का परिणाम है। मैं कई बार अपनी पूर्व की पोस्ट में जिक्र कर चुका हूं हमें इस धरातल पर, एक स्वस्थ, निरापद, और दिव्य वातावरण को लाना है तो आध्यात्मिक होना पडेगा, और इस प्रकार की अप्रिय घटनाओ से बचने के लिये हम सबका दायित्व बनता है, हम ऐसा समाज बनायें कि जीवन हमें एक उत्सव लगे, और उसे बड़े आनन्द के साथ मनायें, जब ऐसा होगा तो निश्चित रूप से जिन लोगों की suicidal tendency है वह लोग भी बहुत आनन्द से अपना जीवन व्यतीत करेंगे। चूंकि अध्यात्म हमारा स्वभाव है, जिस प्रकार अग्नि का स्वभाव उष्मा, जल का तरलता, बृक्ष का वायु उसी प्रकार हमारा स्वभाव भी खुश रहने का, इसके अलावा जो लोग गुस्से में होते हैं वह कितनी देर गुस्से में रह सकते हैं कभी सोचा है, कभी रह कर देखना 24 घण्टे नही रह सकते चूंकि यह हमारा स्वभाव नहीं है यह एक विजातीय अवश्था है, और हाँ हम खुश सारी जिंदगी रह सकते हैं। तो एक बात तो स्पष्ट है कि हम स्वभाव से अलग जाते हैं तो समस्या आती है, ऐसे ही अगर हम व्यक्ति को सही समय पर मार्गदर्शन करेंगे तो वह उस विजातीय अवश्था से बाहर आएग और अपने स्वभाव में लौट आयेगा, तो इन अप्रिय घटनाओं को रोका जा सकता है। बहरहाल वहां पहुच कर पंचनामा कराया और अंत्येष्टि संस्कार हुआ। श्याम पाल प्रधानाचार्य पूर्व प्रत्याशी 96 विधानसभा जसराना फिरोजाबाद।

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