गोरखपुर बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या हुई 125, खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं ये नदियां
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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र ( सम्पादक मुकेश भारती- सम्पर्क सूत्र 9161507983)
गोरखपुर: (अवधेश कुमार – ब्यूरो रिपोर्ट ) दिनांक- 25 – अगस्त- 2021- बुधवार
गोरखपुर बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या हुई 125, खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं ये नदियां
बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या हुई 125, खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं ये नदियां गोरखपुर जिले की नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण 125 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। जलभराव की समस्या से जूझ रहे इन गांवों में बचाव और राहत कार्य के लिए आपदा प्रबंध प्राधिकरण ने 150 नावें उतारी हैं। बाढ़ से गंभीर रूप से जूझ रहे गांवों में लोगों के लिए खाद्य सामग्री, पेयजल आदि रोजमर्रा की जरूरतें मुहैया कराई जा रही हैं। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण के प्रभारी अधिकारी के अनुसार मंगलवार को गोला में सर्वाधिक 51 गांव बाढ़ग्रस्त हो चुके थे। सदर तहसील क्षेत्र के 30 गांव, सहजनवां तहसील में 16, खजनी में 17, बांसगांव में सात, चौरीचौरा में तीन और कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र में एक गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका था। तहसील सदर क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त गांवों मे 86 नावें लगाई गई हैं। मंगलवार तक 151 मेडिकल टीमें गठित की जा चुकी हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में 5616 लोगों को उपचार दिया गया। 13314 ओआरएस पैकेट और 62681 क्लोरीन की गोलियां भी बांटी गईं। चार तहसीलों में दो हजार राहत पैकेट बांटे गए। बाढ़ग्रस्त इलाकों में पशुचारा भी बांटा गया और पशुओं का टीकाकरण भी हुआ।खतरे के निशान से ऊपर बह रही राप्ती, गोर्रा और घाघरा नदी पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर नदियों के बढ़ते जलस्तर के रूप में दिख रहा है। घाघरा नदी, राप्ती और गोर्रा मंगलवार को जिले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं।कुआनो में बढ़ता पानी भी खतरे के निशान के काफी करीब पहुंच चुका है। बढ़ते जलस्तर के कारण इन नदियों के बहाव क्षेत्र में आने वाले गांवों तक पानी पहुंच चुका है। जिला प्रशासन ने इन गांवों में बचाव और राहत कार्य के पूरे इंतजाम कर रखे हैं।बाढ़ नियंत्रण कक्ष गोरखपुर की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक घाघरा नदी का जलस्तर मंगलवार सुबह को खतरे के निशान से 24 सेंटीमीटर ऊपर था। राप्ती नदी का जलस्तर बर्डघाट पर मंगलवार सुबह 75.650 और शाम को 75.680 मीटर दर्ज किया गया। यानी यह नदी खतरे के निशान (74.98) से 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी।रोहिन नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। त्रिमुहानी घाट पर यह नदी मंगलवार सुबह से शाम तक खतरे के निशान (82.44) की ओर तीन सेमी प्रति घंटा की दर से बढ़ते हुए 81.740 मीटर तक पहुंच गई। गोर्रा नदी खतरे के निशान से 40 सेमी ऊपर बह रही थी।
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