एक प्रतिशत लाभांश के बदले मोबाइल देने के निर्णय पर पुनर्विचार के लिए सीटिया ने लिखा पत्र – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

एक प्रतिशत लाभांश के बदले मोबाइल देने के निर्णय पर पुनर्विचार के लिए सीटिया ने लिखा पत्र

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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र ( सम्पादक मुकेश भारती- सम्पर्क सूत्र 9336114041 )
मथुरा : (विजय कुमार – ब्यूरो रिपोर्ट ) दिनांक- 12 – अक्टूबर – 2021-मंगलवार ।


                       एक प्रतिशत लाभांश के बदले मोबाइल देने के निर्णय पर पुनर्विचार के लिए सीटिया ने लिखा पत्र
एक प्रतिशत लाभांश के बदले मोबाइल देने के निर्णय पर पुनर्विचार के लिए सीटिया ने लिखा पत्र।कोल इण्डिया आई. टी.आई. एम्प्लाईज एसोसिएशन (सीटिया) के एनसीएल जोन के महामंत्री जितेंद्र कुमार द्वारा एन. सी.एल. के अध्यक्ष सह-प्रबंध निदेशक को कंपनी को हुए वार्षिक लाभांश के 1℅ प्रतिशत राशि के बदले मोबाइल फोन देने के फैसले पर पुनर्विचार के लिए पत्र लिखा है। महामंत्री ने कहा कि दिनांक 08 अक्टूबर को प्रबंधन और संयुक्त मोर्चा के बीच बैठक हुई ,जिसमें 01℅ लाभांश के बदले मोबाइल फोन दिये जाने पर समझौता हुआ है जो कि बहुत ही निराशाजनक और कर्मियों को हतोत्साहित करने वाला रहा। जिसका असर भी धीरे धीरे विरोध के रूप में दिखने लगा है, जिसकी जानकारी प्रबंधन को भी विभिन्न माध्यमों से अवश्य ही रही होगी। इस निर्णय का विरोध एन.सी.एल.का लगभग हर कर्मी कर रहा है और संघ भी इस निर्णय से संतुष्ट नही है। उनके द्वारा कहा गया कि कंपनी के बढ़ते उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कर्मियों को प्रोत्साहित करना भी जरूरी होता है। इसी कड़ी में वर्ष 2006-07 में एन. सी.एल. को हुए लाभ में से कुछ अंश निकालकर एन.सी.एल. के समस्त कर्मियों को गिफ्ट के रूप में HMT घड़ी प्रदान की गई थी उसके बाद तीसरे गिफ्ट वर्ष 2008-09 में अच्छी कंपनी का मोबाइल फोन मिला जिसकी क्वालिटी अत्यंत ही खराब रही । इसी बीच कर्मियों के मन में इन गिफ्ट आइटमों पर भ्रष्टाचार की बातें भी उठने लगी और इनके प्रति रोष भी उत्पन्न होने लगा। इसी को देखते हुए अगले ही वर्ष 2009 -10 से कैश रिवार्ड दिया जाने लगा। तत्कालीन एन.सी.एल प्रबंधन द्वारा निर्णय लिया गया था कि जिस प्रकार कंपनी के हर काम में पारदर्शिता बरती जा रही है उसी प्रकार पारदर्शिता दिखाते हुए गिफ्ट की जगह कर्मियों के बैंक खाते में सीधे धनराशि डाली जाय और ये प्रक्रिया साल दर साल पिछ्ले वर्ष तक चली आ रही थी जिससे सभी कर्मियों में कंपनी के प्रति विश्वास बढ़ता गया और कंपनी अपने उत्पादन लक्ष्य से अधिक उत्पादन कर कोल इंडिया की अग्रिम कंपनी बनती गई, परन्तु उपरोक्त बैठक में लिए गए निर्णय से पुनः अविश्वास की स्थिति उत्पन्न हो रही है तथा भ्रष्टाचार से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। इसी पर कर्मचारी भारी विरोध प्रकट कर रहे हैं, जो कि कंपनी हित में बिल्कुल भी नहीं है , महामंत्री के द्वारा जारी पत्र के जरिए कहा गया कि उपरोक्त निर्णय पर पुनः विचार किया जाय तथा कर्मियों को मोबाइल फोन के बदले कंपनी के लाभांश की 01℅ राशि (लगभग ₹ 31800) जो बनती हो उनके खाते में डाली जाय और यदि नगद राशि देने में कंपनी को कोई वैधानिक समस्या आड़े आ रही हो तो उतनी ही 01% धनराशि का गोल्ड बॉन्ड गिफ्ट दिया जाय जिससे कंपनी की स्वच्छ छवि बनी रहे तथा कर्मियों के मन में उत्पन्न हो रहे आक्रोश को भी समाप्त किया जा सके।

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