अयोध्या 6 अप्रैल महाराजा बिजली पासी के राज्याभिषेक दिवस की विचार गोष्ठी बैठक
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अयोध्या 6 अप्रैल महाराजा बिजली पासी के राज्याभिषेक दिवस की विचार गोष्ठी बैठक
6 अप्रैल महाराजा बिजली पासी के राज्याभिषेक दिवस की विचार गोष्ठी बैठक संपन्न मिल्कीपुर -अयोध्या अरविंद गुरुजी व धमसादीन गुरु जी के नेतृत्व में पासी राजाओं का इतिहास दोहराया गया समाज में पासी समाज के पुरोधा व जागरूकता पैदा करने वाले अरविंद गुरुजी व धमसादीन गुरुजी 6 अप्रैल महाराजा बिजली पासी के राज्याभिषेक दिवस का विचार गोष्टी की बैठक प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां कामाख्या भवानी में आज संपन्न हुई बैठक में तमाम बिंदुओं पर चर्चा हुई कि आगामी 6 अप्रैल को समय सुबह10:00 बजे भारी से भारी संख्या में पहुंच कर महाराजा बिजली पासी के राज्याभिषेक दिवस को सफल बनाने की लोगों से अपील की अपने वक्तव्य में सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक अरविंद गुरुजी ने कहा कि हमें अपने इतिहास को जानना होगा और इस पर विचार करने की जरूरत है नई पीढ़ी जिस प्रकार से पढ़ लिखकर तैयार है और उनमें जागरूकता है उन्हें केवल बताने की जरूरत है वह ज्ञानवान विचार महान है हमें आपस में एकता और शिष्टाचार के तहत एकजुट होकरके संगठन को मजबूत करना है शिक्षा से ही सब कुछ संभव है 6 अप्रैल दिन बुधवार समय सुबह10:00 बजे मां कामाख्या धाम परिसर में महाराजा बिजली पासी का राज्याभिषेक समारोह जनप्रिय विधायक रामचंद्र यादव की गरिमामयी उपस्थिति में मनाया जाएगा।बैठक को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक धमसादीन गुरु जी ने कहा कि हमें अपने इतिहास को नहीं भूलना है हमें छल पूर्वक कमजोर किया गया है चाहे वह एकलव्य के साथ चाहे शम्भूक ऋषि के साथ या अन्य और ऐसे महा मानव महा ऋषि रहे हैं जिनके साथ छल करके उनके विचारों और तेज को धूमिल किया गया है तथ्य को छुपाकर दूसरे के नाम का गुणगान किया गया और जो वास्तविक थे उनके नाम को छुपाया गया वास्तविक शूरवीर थे उनका नाम ही नहीं लिया जाता है।
बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र (सम्पादक मुकेश भारती ) मो ० 9336114041 )अयोध्या : ( गोपीनाथ रावत – ब्यूरो रिपोर्ट )- दिनांक 4 अप्रैल 2022-सोमवार ।
यह एक बहुत बड़ी विडंबना है बिजली पासी सातन पासी के नाम को इतिहास में रखा ही नहीं गया जो अवीर थे उनके गुणगान किये गये हैं अवध प्रांत के लखनऊ में महाराजा बिजली पासी के 12 किले थे -बिजनौर, नढ़ताडीह, माती, परवर पश्चिम, कल्ली पश्चिम, पुराना किला, औरांव, दादूपुर, भटगांव, ऐन, पिपरसंड, महाराजा बिजली पासी के 12 किला थे । महाराजा बिजली पासी के पिता का नाम नथावन देव तथा माता का नाम विजना था ।इनका शासनकाल पुरातत्व विभाग के अनुसार 1148 से 1184 तक का रहा बैठक को संबोधित करते हुए सुरेश चंद्र ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारी भौगोलिक विरासत हार गई है लेकिन संस्कृति विरासत पर हमला है इसे बचाने की जरूरत है मोहनजोदड़ो हड़प्पा की खुदाई में तीर कमान तलवार नहीं मिले बनावटी चीजों का प्रचार-प्रसार हुआ सही चीजों को छुपाया गया अट्ठारह सौ सत्तावन की गदर से पहले पासियों के किले को ढहाया गया इस बात को विचार गोष्ठी में सुरेश चंद्र ने कही पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगजीवन प्रसाद रावत ने बैठक में बोले हमें अपने इतिहास को जानना और पहचानना होगा शिक्षा ही सब कुछ है शिक्षा के बल पर ही हम आगे विकास कर सकते हैं सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक रामधनी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा बिजली पासी सातन पासी और अन्य तमाम राजा हमारी शान है मान है सम्मान है हम इन्ही के वंशज हैं हमें उन्हीं के पद चिन्हों पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि देना होगा इस बैठक में रामदेव, राम मिलन ,जगन्नाथ ,धर्मराज, अजय कोरी, अमरनाथ, सीताराम, रामेश्वर, शिव कैलाश, प्रेम प्रकाश, भोला रावत, वीरु रावत, कृष्ण कुमार चौहान, एम.आर. शास्त्री , देवतादीन यादव, डॉ.गंगा प्रसाद मौर्य, हृदय राम, शिवराज गौतम , आदि संभ्रांत व्यक्ति मौजूद रहे।
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