जिला महिला अस्पताल में कथित लापरवाही के कारण गर्भस्थ शिशु व मूक बधिर महिला की मौत – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

जिला महिला अस्पताल में कथित लापरवाही के कारण गर्भस्थ शिशु व मूक बधिर महिला की मौत

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जिला महिला अस्पताल में कथित लापरवाही के कारण गर्भस्थ शिशु व मूक बधिर महिला की मौत

जिला महिला अस्पताल में कथित लापरवाही के कारण गर्भस्थ शिशु व मूक बधिर महिला की मौत मामले में डीएम ने जांच हेतु गठित की कमेटी सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित, कमेटी एक सप्ताह में डीएम को देगी रिपोर्ट जिला महिला अस्पताल में गर्भस्थ शिशु के बाद प्रसूता की मौत संबधी विभिन्न समाचार माध्यमों में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी डाॅ0 उज्ज्वल कुमार ने तत्काल प्रभाव से तीन सदस्यीय कमेटी गठित करते एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।

बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र (सम्पादक मुकेश भारती ) मो ० 9336114041 )गोंडा : ( राम बहादुर मौर्य – ब्यूरो रिपोर्ट )- दिनांक11 अप्रैल 2022- सोमवार ।

जिला महिला अस्पताल में कथित लापरवाही के कारण गर्भस्थ शिशु व मूक बधिर महिला की मौत मामले में डीएम ने जांच हेतु गठित की कमेटी सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित, कमेटी एक सप्ताह में डीएम को देगी रिपोर्ट जिला महिला अस्पताल में गर्भस्थ शिशु के बाद प्रसूता की मौत संबधी विभिन्न समाचार माध्यमों में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी डाॅ0 उज्ज्वल कुमार ने तत्काल प्रभाव से तीन सदस्यीय कमेटी गठित करते एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। बताते चलें कि जिला महिला चिकित्सालय में एक मूक बधिर महिला के इलाज में कथित तौर पर लापरवाही बरतने के कारण गर्भस्थ शिशु की मौत व प्रसूता का उपचार न करके चिकित्सालय से डिस्चार्ज कर दिए जाने के उपरान्त प्रसूता की मौत एक प्राइवेट अस्पताल में हो जाने संबधी खबरें प्रकाशित हुई थीं, जिसका संज्ञान लेते हुए डीएम डाॅ0 उज्ज्वल कुमार ने नगर मजिस्ट्रेट अर्पित गुप्ता की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है जिसमें प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला महिला चिकित्सालय शामिल हैं।जिलाधिकारी ने प्रकरण में महिला को भर्ती कराने, किए उपचार तथा डिस्चार्ज से संबन्धित अभिलेखों का परीक्षण, ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों एवं परिवार के सदस्यों का बयान दर्ज कर स्पष्ट आख्या एक सप्ताह में देने के आदेश दिए हैं।

 

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