फरीदपुर में बेटे के प्रवेश को भटक रहा अभिभावक
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फरीदपुर में बेटे के प्रवेश को भटक रहा अभिभावक
हेड मास्टर नहीं कर रहा दाखिला, अधिकारी से की शिकायत भुता सब पढ़े सब बढ़े अभियान के तहत सरकार लगातार जागरूकता अभियान चला रही है जागरूक को लेकर गांव गांव हर घर में सर्वे कर बच्चों का प्रवेश लिया जा रहा है लेकिन फरीदपुर के भुता में एक अभिभावक 1 वर्ष से दाखिला कराने के लिए स्कूल की दौड़ लगा रहा है। लेकिन हेड मास्टर उसका दाखिला नहीं कर रहा है। फरीदपुर के ब्लॉक भुता के ग्राम इमलिया निवासी चंद्रपाल पुत्र राम भरोसे लाल ने बताया कि वह पढ़ा लिखा नहीं है। खेती करके वह किसी तरह अपना घर चलाते हैं। उनका 7 साल का बच्चा कर न सिंह भी उनकी तरह अनपढ़ ना रह जाए।इसके लिए जागरूक अभिभावक की तरह गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में 1 साल पहले बच्चे का दाखिला कराने गए थे। लेकिन हेड मास्टर ने बच्चे की उम्र कम बता कर दाखला करने से इंकार कर दिया।
बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र (सम्पादक मुकेश भारती ) मो ० 9336114041)फरीदपुर : ( जीनत, राजदा – ब्यूरो रिपोर्ट )- दिनांक19 अप्रैल 2022-मंगलवार ।
हेड मास्टर नहीं कर रहा दाखिला, अधिकारी से की शिकायत भुता सब पढ़े सब बढ़े अभियान के तहत सरकार लगातार जागरूकता अभियान चला रही है जागरूक को लेकर गांव गांव हर घर में सर्वे कर बच्चों का प्रवेश लिया जा रहा है लेकिन फरीदपुर के भुता में एक अभिभावक 1 वर्ष से दाखिला कराने के लिए स्कूल की दौड़ लगा रहा है। लेकिन हेड मास्टर उसका दाखिला नहीं कर रहा है। फरीदपुर के ब्लॉक भुता के ग्राम इमलिया निवासी चंद्रपाल पुत्र राम भरोसे लाल ने बताया कि वह पढ़ा लिखा नहीं है। खेती करके वह किसी तरह अपना घर चलाते हैं। उनका 7 साल का बच्चा कर न सिंह भी उनकी तरह अनपढ़ ना रह जाए।इसके लिए जागरूक अभिभावक की तरह गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में 1 साल पहले बच्चे का दाखिला कराने गए थे। लेकिन हेड मास्टर ने बच्चे की उम्र कम बता कर दाखला करने से इंकार कर दिया। इसके बाद दोबारा आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र लेकर पहुंचे तो उसमें जन्मतिथि 11 नवंबर 2014 थी। इसमें हेड मास्टर ने कहा था की बच्चे की उम्र ज्यादा हो गई है अब दाखिला नहीं हो सकता ,पहले बच्चे की उम्र कम कराओ उसके बाद ही दाखला करेंगे बच्चे के पिता ने अपनी गरीबी और अनपढ़ होने का हवाला दिया।इसके बाद भी हेड मास्टर का दिल नहीं पसीजा। बच्चे के भविष्य को लेकर चिंतित चंद्रपाल ने डीएम के सामने पेश होकर मदद की गुहार लगाई। उसने कहा कि मैं तो पढ़ नहीं पाया क्या इस की सजा मेरे बेटे को मिलेगी। उसने अधिकारियों से बच्चे को शिक्षा से वंचित ना करने की गुहार लगाई। डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने तुरंत बीईओ को जांच कर तुरंत आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। इस मामले में फरीदपुर के बीईओ सुशांत शेखर मिश्रा ने बताया कि छात्र का दाखिला जरूर कराया जाएगा । शिक्षक को ऐसा दोबारा ना करने की चेतावनी दी गई।
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