भारत में हो रहे समुदाय विशेष के लोगों पर जानलेवा हमलो को रुकवाये जाने हेतु प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

भारत में हो रहे समुदाय विशेष के लोगों पर जानलेवा हमलो को रुकवाये जाने हेतु प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा

1 min read
😊 Please Share This News 😊

संवाददाता : मथुरा  : विजय कुमार : भारत में हो रहे समुदाय विशेष के लोगों पर जानलेवा हमलो को रुकवाये जाने हेतु प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा
मथुरा.भारत में हो रहे समुदाय विशेष के लोगों पर जानलेवा हमलो को रुकवाये जाने हेतु प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा। मथुरा। जिस प्रकार भारत में साम्प्रदायिक ताकतें कानून संविधान के विरुद्ध जाकर माहौल को खराब करने के नित नए षड्यंत्र रच रही हैं उनके षड्यंत्रों से समूचा देश अनभिज्ञ नहीं है। जैसा कि वर्तमान में राजस्थान के जिला भरतपुर के तहसील कुबेर के गॉव गूजर सैह में भारत के संविधान निर्माता विश्व रतन बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की 131वीं जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर कुछ संविधान विरोधी तत्वों के द्वारा शोभा यात्रा पर हमला किया गया तथा जाटव समुदाय के नौजवान महिला बूढ़े बच्चों पर लाठी-डंडों तथा धार दार हथियारों से हमला किया जिसके भयभीत होकर लगभग 100,से ज्यादा परिवार उपरोक्त गांव से पलायन कर गए हैं।

बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र (सम्पादक मुकेश भारती ) मो ० 9336114041)

उपरोक्त घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि देश के अंदर संविधान विरोधी ताकतें निवास किए हुए हैं। जो व्यक्ति संविधान निर्माता की शोभा यात्रा पर हमला कर सकते हैं इससे यह सिद्ध होता है वह लोग भारतीय संविधान में आस्था ही नहीं रखते है वहीं दूसरी ओर दिल्ली के जहांगीरपुरी में रामनवमी के जुलूस का सहारा लेकर देश के अमनो अमान को खतरे में डालने व निर्दोष लोगों के घरों पर हमला करने का षड्यंत्र रचा गया था वह भी संविधान विरोधी कृत्य था जो कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो से स्पष्ट दिख रहा है कि किस प्रकार उपद्रवी धार्मिक आधार लेकर धर्मपरिवर्तित अल्पसंख्यकों पर हमला कर रहे हैं। तथा झूठा षड्यंत्र रचकर पीड़ितों को ही अपराधी घोषित कर रहे हैं।तीसरी घटना उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में इन्ही धार्मिक उन्मादियों के द्वारा धर्म की आड़ लेकर धार्मिक उन्माद उत्पन्न किया गया तथा जिम संचालक के दो घरों को आग लगा दी गई उपरोक्त घटना को भी संविधान के विरुद्ध अंजाम दिया गया भारतीय संविधान प्रत्येक नागरिक को यह अधिकार देता है कि वह और उसका पार्टनर बालिग होने के उपरांत चाहे वह जाति और धर्म से अलग अलग है और वह सहमत हैं तो वह आपस में विवाह कर सकते हैं उपरोक्त जोड़े ने विधिक प्रक्रिया अपनाकर विवाह संपन्न किया था इसके उपरांत भी उसके घरों को आग लगा देना और धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना तथा उन पर हमला करना यह संविधान सम्मत नहीं है उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर को देश विदेश में बौद्ध नगरी के नाम से जाना जाता है और यहां पर एक प्राचीन भारतीय संग्रहालय बना हुआ है जिसमें हजारों बौद्ध प्रतिमाएं एवं बौद्ध अवशेष रखे हुए हैं मथुरा में भारत सहित विदेशी नागरिक भी भारतीय संग्रहालय में बौद्ध अवशेषों का दर्शन करने के लिए आते हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन की दूषित मानसिकता के चलते शहर में संग्रहालय के सांकेतिक बोर्ड कहीं पर भी नहीं लगे हुए हैं डॉक्टर अंबेडकर सामाजिक अधिकार मंच ने उपरोक्त भारतीय संग्रहालय के सांकेतिक बोर्ड शहर के प्रमुख चौराहों पर लगाने के लिए एक ज्ञापन जिलाधिकारी मथुरा को दिनांक 25/08/2021 को प्रेषित किया था लेकिन उपरोक्त प्रकरण पर आज तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है उत्तर प्रदेश सरकार के धर्मार्थ विभाग के द्वारा मथुरा के 22 वार्डों को बिना कोई योजना तैयार किए ही पूर्व में धार्मिक स्थल घोषित कर मथुरा के नॉनवेज व्यापार व शराब भांग मछली मुर्गा के व्यापार को उपरोक्त वार्डों में प्रतिवन्धित कर उपरोक्त सभी वार्डों में रह रहे SC एवं धर्म परिवर्तित अल्पसंख्यक वर्ग के हजारों लोगों को बेरोजगार कर दिया मगर शराब की दुकानों को आज तक बंद नहीं किया गया है भारतीय संविधान के अनुसार देश के नागरिकों को प्रदत मौलिक अधिकारों में दोहरे कानून का प्रावधान नहीं है उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा उपरोक्त वार्डों को तीर्थ स्थल घोषित करने से हज़ारों लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है उत्तर प्रदेश सरकार को उपरोक्त वार्डों को तीर्थस्थल घोषित करने से पूर्व बेरोजगार होने वाले व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराने की योजना बनानी थी तथा जब तक उन्हें रोजगार नही मिल जाता तबतक सरकार उन्हें बेरोजगारी भत्ता उपलब्ध कराती मगर सरकार ने अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए ऐसा न करके हज़ारो लोगों को भुखमरी के कगार पर धकेल दिया है।ऊपर लिखी सभी बातें जनता की भावना है इसलिए डा. अंबेडकर सामाजिक अधिकार मंच उपरोक्त समस्याओं के संदर्भ आपसे निम्न मांग करता है 1 राजस्थान के भरतपुर जिले में घटित घटना व दिल्ली की जहांगीरपुरी की घटना तथा आगरा की घटना की न्यायिक जांच कराई जाए तथा दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही कराई जाए ताकि ऐसी घटनाएं दोवारा न हो 2 मथुरा स्थित भारतीय संग्रहालय के सांकेतिक बोर्ड तत्काल लगवाए जाए 3 उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा मथुरा में जो 22 वार्ड तीर्थ स्थल घोषित किए गए हैं उनमें तत्काल प्रभाव से शराब की दुकानों को बंद कराया जाए उपरोक्त मांगों को न माने जाने की स्थिति में डॉक्टर अंबेडकर सामाजिक अधिकार मंच धरना प्रदर्शन करने पर बाध्य होगा,,ज्ञापन,, जिला अधिकारी की अनुपस्थिति में श्री नितेश वर्मा जी,ए,डी,एम साहब को दिया गया,, ज्ञापन कार्यक्रम के दौरान मंच के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष मेराज अली,जिला संयोजक मुस्तकीम कुरेशी, संरक्षक कृष्ण गोपाल कर्दम, मोहम्मद इलियास साहनी, विनोद कुमार एडवोकेट,सतीश चंद्र एडवोकेट,सरदार अमरजीत सिंह एडवोकेट,दिलीप कुमार एडवोकेट,आदि लोग मौजूद रहे।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

Donate Now

[responsive-slider id=1466]
error: Content is protected !!