तहसील कार्यालय हांसी में मुख्यमंत्री हरियाणा उड़नदस्ते ने मारा छापा,रजिस्ट्री क्लर्क की दराज से मिले हजारों रुपए – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

तहसील कार्यालय हांसी में मुख्यमंत्री हरियाणा उड़नदस्ते ने मारा छापा,रजिस्ट्री क्लर्क की दराज से मिले हजारों रुपए

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संवाददाता : : जींद: : सुरेंद्रपाल सिंह :: Date ::23 – 9 -2022 :: खबर हांसी से तहसील कार्यालय हांसी में मुख्यमंत्री हरियाणा उड़नदस्ते ने मारा छापा, रजिस्ट्री क्लर्क की दराज से मिले हजारों रुपए ।
हांसी तहसील कार्यालय पर देर शाम सीएम उड़नदस्ते ने मारा छापा, रजिस्ट्री क्लर्क की दराज से मिले हजारों रुपए ।
कार्यालय के कर्मचारी नहीं दे पाए सही जवाब,मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने देर शाम को हांसी तहसील के रजिस्ट्री कार्यालय पर छापामारी की तो तहसील कार्यालय के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। उस समय कार्यालय में केवल क्लर्क और कंप्यूटर ऑपरेटर ही मौजूद थे। टीम ने कार्यालय को खंगालना शुरू किया तो मेज के दराज से 20 हजार रुपए की नकदी मिली। इसके बारे में अधिकारियों ने पूछताछ की तो दोनों कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। टीम ने इसकी सूचना पुलिस को तो पुलिस और मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने दोनों को शुक्रवार सुबह अनाज मंडी चौकी में बुलाया है।


मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री उड़नदस्ते को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि हांसी तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री करने की एवज में रिश्वत ली जा रही हैं। तो टीम ने बिजली निगम के एसडीओ रणबीर सिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया और कार्यालय पर छापेमारी कर दी। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम शाम करीबन 7 बजे कार्यालय में पहुंची। तो कार्यालय में रजिस्ट्री क्लर्क विजय सिंह और डाटा एंट्री (computer) ऑपरेटर महादेव ही मौजूद थे। कार्यालय में रजिस्ट्री क्लर्क विजय की मेज के दराज से 20 हजार रुपए बरामद हुए। टीम ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में इसकी वीडियोग्राफी कराई और इस बारे में उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि ये तो रजिस्ट्री की फीस है। लेकिन सही जवाब नहीं दे पाए तो टीम ने उसे दो दिन का समय दिया है। अगर वो सही जवाब नहीं दे पाया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही टीम ने जांच के लिए रिकॉर्ड को अपने कब्जे में ले लिया। टीम ने पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस जांच कर रही है कि राशि तहसील कार्यालय की है या फिर रिश्वत की। मामले में पुलिस शुक्रवार को खुलासा करेगी। ज्ञात है कि तहसील कार्यालयों में लोगों से रजिस्ट्री व इंतकाल और अन्य जरूरी काम करने की एवज में रिश्वत लेने के आरोप लगाए जा रहे हैं ।

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