दीपावली के त्योहार को लेकर जिलाधिकारी ने बैठक की
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संवाददाता : :मैनपुरी :: अवनीश कुमार :: Date :: 22 .10 .2022 :: दीपावली के त्योहार को लेकर जिलाधिकारी ने बैठक की
न्यायलय द्वारा प्रतिबंद पटाखों का प्रयोग करने से बचे:– जिलाधिकारी मैनपुरी 21 अक्टूबर, 2022- जिला मजिस्ट्रेट अविनाश कृष्ण सिंह ने बताया कि विगत वर्षो की भांति इस वर्ष दीपावली का त्यौहार दि. 24 अक्टूबर को परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा। दि. 22 अक्टूबर को धनतेरस, दि. 23 अक्टूबर को नरक चतुदर्शी, छोटी दीपावली, दि. 24 अक्टूबर को बड़ी दीपावली, दि. 26 अक्टूबर को गोवधर्न पूजा एवं दि. 27 अक्टूबर को भैया दूज, चित्रगुप्त जयंती के पर्व मनाए जाएंगे।
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न्यायलय द्वारा प्रतिबंद पटाखों का प्रयोग करने से बचे:– जिलाधिकारी मैनपुरी 21 अक्टूबर, 2022- जिला मजिस्ट्रेट अविनाश कृष्ण सिंह ने बताया कि विगत वर्षो की भांति इस वर्ष दीपावली का त्यौहार दि. 24 अक्टूबर को परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा। दि. 22 अक्टूबर को धनतेरस, दि. 23 अक्टूबर को नरक चतुदर्शी, छोटी दीपावली, दि. 24 अक्टूबर को बड़ी दीपावली, दि. 26 अक्टूबर को गोवधर्न पूजा एवं दि. 27 अक्टूबर को भैया दूज, चित्रगुप्त जयंती के पर्व मनाए जाएंगे। दीपावली के इन पर्वो पर पटाखों के प्रयोग से होने वाले वायु एवं ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के सम्बन्ध में मा. उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित आदेश के अनुपालन में दीपावली के त्योहार पर तेज आवाज वाले पटाखों तथा आतिशबाजी को बनाने तथा प्रयोग करने पर होने वाली दुघर्टनाओं तथा ध्वनि प्रदूषण की रोकथाम हेतु पटाखों के फटने के स्थान से 04 मीटर की दूरी पर 125 डीबी (एआई) अथवा 145 डीवी(सी) पी.के. से अधिक ध्वनि, तीव्रता उत्पन्न कराने वाले पटाखों का उत्पादन एवं विक्रय निषिद्ध होगा। श्रेणी युक्त एकल पटाखों के मामलों में उपरोक्त सीमा 05 लाॅग 10(एन.) डेसीबल तक कम की जाये, सायं 06 बजे से रात्रि 10 बजे तक की अवधि को छोड़कर पटाखे, आतिशबाजी के प्रयोग की अनुज्ञा नही दी जायेगी और रात्रि 10 बजे से प्रातः 06 बजे तक की अवधि में आतिशबाजी, पटाखों का प्रयोग नहीं किया जायेगा। उन्होने बताया कि शान्त क्षेत्र में किसी भी समय पटाखे नहीं छोडे जायेंगे। शान्त क्षेत्र अस्पताल, शैक्षिक क्षेत्र, न्यायालय, धामिर्क स्थल या समक्ष प्राधिकारी द्वारा घोषित अन्य किसी क्षेत्र से 100 मीटर की परिधि का क्षेत्रफल होगा। स्वयंसेवी संस्थाओं व स्कूलों के माध्यम से बच्चों को शेल दव जव बतंबामतेश् (पटाखे नहीं चाहिये) का नारा बुलन्द करने के लिए प्रोत्साहित किया जाये। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दिशा-निदेर्शों का कडाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये।
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