खीरी-पीलीभीत गड्ढा युक्त सड़क को लेकर राहगीरों ने किया प्रदर्शन – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

खीरी-पीलीभीत गड्ढा युक्त सड़क को लेकर राहगीरों ने किया प्रदर्शन

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संवाददाता : :रामनगर – पीलीभीत:: विपिन कुमार सिंह :LMP:: Date ::11.12.2022

Vipin Kumar Singh 315
Vipin Kumar Singh : Bureau Report  Distt.Lakhimpur UP

खीरी से पीलीभीत जाने वाली रामनगर तिराहे पर राहगीरों ने गड्ढा युक्त सड़क को लेकर 11-12-2022 को केले का पौधा लगाकर प्रदर्शन किया बताते चलें कि राहगीरों की सबसे बड़ी समस्या टूटी हुई गड्ढा युक्त सड़क है जो विकास की सबसे बड़ी बाधा है गड्ढा युक्त सड़क राहगीरों के लिए मुसीबत बनी हुई है राहगीरों ने जानकारी दी कि रामनगर से भुर्जुनिया धनारा घाट होते हुए पीलीभीत को जाने वाला एकमात्र गड्ढा युक्त रोड ही है जिस के संबंध में पीलीभीत के विधायक एवं सांसद को ज्ञापन भी दिया जा चुका है

बावजूद इसके रोड निर्माण कार्य नहीं हुआ लोक निर्माण विभाग सो रहा है कुंभकरणीं नींद जर्जर रोड का नहीं है कोई जिम्मेदार पिछले कई वर्षों से ग्रामीणों एवं क्षेत्रवासियों द्वारा सड़क पर धान एवं केले का पौधा लगाकर दुर्घटनाग्रस्त रोड का प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन डबल इंजन की सरकार गड्ढा युक्त सड़कों को गड्ढा मुक्त करने में विफल है। इस दौरान ग्राम प्रधान मुकेश कुमार एडवोकेट संतोष कुमार उर्फ यश के मित्रा प्रितपाल सिंह अक्षय कुमार प्रदीप शुक्ला चंद्रशेखर मिथुन कुमार यादव जगदीश जसपाल सिंह राम सिंह निशांत सिंह कमलजीत सिंह विजय सिंह गुरदीप सिंह संजय राजन आदि मौजूद रहे।


संवाददाता : :देवकली रोड – लखीमपुर खीरी:: अमरेंद्र सिंह :LMP:: Date ::11.12.2022 ::

Amrendra Singh
Amrendra Singh : Mandal Bureau Report-Lucknow

लखीमपुर खीरी । देवकली रोड पर लगातार जारी तालाबों पर पटान जिम्मेदार मौन सरकारी ज़मीन को पाटकर कर दिया जाता है प्लाटिंग ये खेल लेखपाल के संरक्षण में चलता है इसके एवज में लेखपाल लेते है मोती रकम अधिकारीयों को किया जाता है गुमराह फर्जी रिपोर्ट लगा दी जाती है

सरकार लगातार सरकारी तालाब और शमशान भूमि को भू माफिया के चंगुल से छुड़ाने का प्रयास कर रही है लेकिन लखीमपुर के लेखपाल अपनी मनमर्जी से काम कर रहे है इसी तालाब पर पटाई कुछ दिन पूर्व मे पटाई कराई जा रही थी जिसकी शिकायत की गयी तो नायब तहसीलदार द्वारा रुकवा भी दिया गया था। लेकिन हल्का लेखपाल गुलाबी नोटो के चक्कर में दोबारा चालू करवा दिया। तालाब का पटान साथ ही एक और तालाब पाटाजा रहा है और जिम्मेदार बेखबर है शिकायत करने पर हल्का लेखपाल की रिपोर्ट सही मान ली जाती है जिससे साफ जाहिर होता है की सबकी मिली भगत से कार्य कराया जाता है। अब देखना यह है कि क्या योगी सरकार चल रहे अवैध तरीक़े से तालाबों पर पटान को रुकवाकर संबंधित लेखपाल पर क्या कार्यवाही करती है।

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