लखीमपुर में “परिवारिक परामर्श केंद्र” प्रभारी निरीक्षक असलम अली व काउन्शलर के सहयोग से 7 पारिवारिक विवादों में हुआ सुलह समझौता – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

लखीमपुर में “परिवारिक परामर्श केंद्र” प्रभारी निरीक्षक असलम अली व काउन्शलर के सहयोग से 7 पारिवारिक विवादों में हुआ सुलह समझौता

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संवाददाता :: लखीमपुर खीरी:: महताब अंसारी :LMP:: Date ::11.12.2022 ::

Mehtab 293
Mehtab Ali: Bureau Report-Behjam LMP

लखीमपुर खीरी में पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन व अपर पुलिस अधीक्षक अरुण सिंह के दिशा निर्देशन में “परिवारिक परामर्श केंद्र” प्रभारी निरीक्षक असलम अली व काउन्शलरो के सहयोग से 7 पारिवारिक विवादों में सुलह समझौता कराकर पति पत्नी को साथ – साथ विदा किया गया है ।


ज्ञात हो कि पुलिस अधीक्षक व अपर पुलिस अधीक्षक के द्वारा दिशा निर्देशन मे परिवारिक विवादों मे परिवार को विघटन से रोकने के लिए प्रत्येक शनिवार को “परिवार परामर्श केंद्र ” में सुलह समझौते का प्रयास किया जाता है काउन्शलर कय्यूम ज़रवानी , श्रीमती नीति गुप्ता व सुश्री कुसुम गुप्ता की उपस्थित में एक दर्जन मामले प्रस्तुत हुए , जिसमें 02 मामलों में माननीय न्यायालय में लंबित होने कारण निस्तारण नहीं हो पाया , 07 मामलों में पति पत्नी के मध्य सुलह समझौते से विदाई कराई गयी है एवं 03 मामले मैं सुलह न हो पाने के कारण पुन: अगले सप्ताह बुलाया गया है । इस अवसर पर परिवार परामर्श केंद्र के प्रभारी असलम अली ,उप निरीक्षक सुमन मिश्रा, महिला आरक्षी रश्मि मिश्रा, मुद्रिका चौहान व मेहा सिंह उपस्थित रही । संवाददाता महताब अंसारी


संवाददाता : :देवकली रोड – लखीमपुर खीरी:: अमरेंद्र सिंह :LMP:: Date ::11.12.2022 ::

Amrendra Singh
Amrendra Singh : Mandal Bureau Report-Lucknow

लखीमपुर खीरी । देवकली रोड पर लगातार जारी तालाबों पर पटान जिम्मेदार मौन सरकारी ज़मीन को पाटकर कर दिया जाता है प्लाटिंग ये खेल लेखपाल के संरक्षण में चलता है इसके एवज में लेखपाल लेते है मोती रकम अधिकारीयों को किया जाता है गुमराह फर्जी रिपोर्ट लगा दी जाती है

सरकार लगातार सरकारी तालाब और शमशान भूमि को भू माफिया के चंगुल से छुड़ाने का प्रयास कर रही है लेकिन लखीमपुर के लेखपाल अपनी मनमर्जी से काम कर रहे है इसी तालाब पर पटाई कुछ दिन पूर्व मे पटाई कराई जा रही थी जिसकी शिकायत की गयी तो नायब तहसीलदार द्वारा रुकवा भी दिया गया था। लेकिन हल्का लेखपाल गुलाबी नोटो के चक्कर में दोबारा चालू करवा दिया। तालाब का पटान साथ ही एक और तालाब पाटाजा रहा है और जिम्मेदार बेखबर है शिकायत करने पर हल्का लेखपाल की रिपोर्ट सही मान ली जाती है जिससे साफ जाहिर होता है की सबकी मिली भगत से कार्य कराया जाता है। अब देखना यह है कि क्या योगी सरकार चल रहे अवैध तरीक़े से तालाबों पर पटान को रुकवाकर संबंधित लेखपाल पर क्या कार्यवाही करती है।

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