लोकसभा चुनाव के परिणाम किसानों की उपेक्षा का नतीजा-शीलेस दुबे
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संवाददाता :: मैनपुरी::अवनीश कुमार {C020} :: Date ::16 ::12 :: .2022 : ढकरोई में हुई किसान पंचायत में जुटे सैकडों की संख्या में किसान
खाद,पानी,बिजली तथा आवारा रहे खास मुद्दे
किशनी – भारतीय किसान यूनियन(किसान) के वैनर तले गुरूवार को गांव ढकरोई में किसान पंचायत का आयोजन किया गया। किसान पंचायत में सैकडों की संख्या में क्षेत्र के किसानों आकर यूनियन के पदाधिकारियों को समस्याओं के बारे में अवगत कराया।
गुरूवार को जनपद कन्नौज की सीमा पर बसे गांव ढकरोई में भा0कि0यू0(किसान) के वैनर तले विशाल किसान पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में ढकरोई,नगला अहिर,मीरपुर,नगला करनाई,मनपुरा,रामनगर सहित कई गांव के किसानों ने सहभागिता की। किसानों ने यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शीलेस दुबे से शिकायत की कि क्षेत्र में खाद की दुकानों पर दुकानदार यूरिया की बोरी 270 की जगह 350 की बेच रहे हैं। उनके यहां स्थित सौरिख तथा मिजार्पुर माइनरो की सिल्ट सफाई ठीक से नहीं की गई इससे टैल तक पानी पहुंचने में परेशानी होगी। आवारा पशु उनकी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं पर किसानों की सुनने बाला कोई नहीं है। किसानों को संबोधित करते हुये जिलाध्यक्ष अनुरूद्ध दुबे ने कहा कि जो सरकार किसानों की नहीं सुनेगी उनका अंजाम वही होगा जो हाल में लोकसभा चुनाव में हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों को यूं ही परेशान किया गया तो निकाय चुनावों में भी सत्तारूढ

दल को किसान जबाब सही तरीके से देगा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि जल्दी ही यूरिया खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिये वह जनपद के किसानों के साथ डीएम से मुलाकात कर समस्याओं के समाधान के लिये बात करने बाले हैं। शीलेस दुबे ने कहा कि आगे से आप लोग भी सुनो सभी की पर वोट उसी को दो जो आपकी सुबिधाओं की ओर ध्यान दे। उन्होंने कहा कि इस समय दलालों का बोलबाला है। जब भी कोई मंत्री जनपद में आता है तो कुछ छुटभइए नेता उसे इस प्रकार घेर लेते हैं कि वह किसी से मिल ही नहीं पाता है। जल्दी ही वह समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को पहले पत्र द्वारा तथा यदि कार्यवाही नहीं हुई तो व्यक्तिगत तौर पर मिलकर भृष्ट और निकम्मे अधिकारियों के बारे में बतायेंगे। उन्होंने कहा कि यूनियन के लोग 25 दिनों तक तहसील में धरने पर बैठे रहे। पर सत्ताधारी दल के नेता सत्ता के नशे में चूर रहे और किसानों से बात करने भी नहीं आये। पर जब किसानों ने वोट की चोट से जबाब दिया तो अब बगलें झांक रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नहीं सुधरे तो 2024 में पता नहीं चलेगा कि कहां चले गये।
सर्वेश सविता व सर्वेश बाथम बने किसान यूनियन के तहसील उपाध्यक्ष।
किशनी भा0कि0यू0 किसान की पंचायत में जुटे दजर्न भर गांवों के सैकडों किसानों के बीच जिलाध्यक्ष अनुरूद्ध दुबे ने सर्वेश बाथम तथा सवेर्स सविता को यूनियन का तहसील उपाध्यक्ष नियुक्त किया। उन्होंने समस्त किसानों से कहा कि अब आप लोग अपनी समस्याओं के बारे में नव नियुक्त पदाधिकारियों को बतायें। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि जो किसान खाद लेने जाये यदि खाद ज्यादा कीमत पर बिक रही हो तो वह दुकानदार से बातचीत का वीडियो जरूर बनालें। आगे की कार्यवाही जिला कृषि अधिकारी करेंगे। दोनों पदाधिकारियों को मौजूद किसानों ने बधाई दी। इस अवसर पर मण्डलअध्यक्ष शिवाकान्त दुबे,रमन यादव,नीरज यादव,गोविन्द तिवारी,अनरूद्ध दुबे उर्फ मूले,राजेश तिवारी,चक्रपान तिवारी,रामलखन दुबे,अनुराग सक्सेना,श्याम तिवारी,अशोक दुबे,रिन्कू तिवारी, कौशलेन्द्र चौहान, शैलेन्द्र चौहान, शिवम बाथम,बीरेन्द्र कष्यपसन्जू सविता,याकूब खां,अमर सिंह जाटव,अतुल जाटव,अरबिन्द कश्यप,उदयबीर जाटव,झरगद कश्यप सहित सेकडों की संख्या में किसान मौजूद रहे।
आईपीसी की धारा 207 में विधि का क्या प्राविधान है

IPC की धारा 207 का विवरण :जो कोई किसी सम्पत्ति को, या उसमें के किसी हित को, यह जानते हुये कि ऐसी सम्पत्ति या हित पर उसका कोई अधिकार या अधिकारपूर्ण दावा नहीं है, कपटपूर्वक प्रतिगृहीत करेगा, प्राप्त करेगा, या उस पर दावा करेगा, अथवा किसी संपत्ति या उसमें के किसी हित पर किसी अधिकार के बारे में जानते हुए की इस पर उसका कोई वैधानिक अधिकार नहीं है और हड़पने , छीनने के आशय से मिथ्या दावा करेगा तो वह व्यक्ति धारा 207 के अंतर्गत दंड एवं जुर्माने से दण्डित किया जाएगा। विधिक सलाहकार -मुकेश भारती एड0
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