Lakhimpur News: पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम द्वारा, गोकशी करने वाले गिरोह के 14 नफर अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
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संवाददाता ::लखीमपुर खीरी :: अमरेंद्र सिंह{LMP} :: Date ::23 ::12::.2022:थाना खीरी पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम द्वारा, गोकशी करने वाले गिरोह के 14 नफर अभियुक्तों को अवैध तमंचा, कारतूस, चाकू व 04 अदद गाय सहित गिरफ्तार किया गया
पुलिस अधीक्षक खीरी,संजीव सुमन के निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक खीरी के निकट पर्यवेक्षण में सम्पूर्ण जनपद में अपराध की रोकथाम व अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत आज दिनांक 21/22.12.22 की रात्रि थाना खीरी पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम द्वारा गोवंशीय पशुओं को काटकर उनके मास की बिक्री करने वाले गिरोह के साथ सरसवा सहजनी चकरोड पर हुई मुठभेड के दौरान 05 नफर अभियुक्तगण को गिरफ्तार किया गया जिनमें से 02 अभियुक्त मुठभेड़ के दौरान घायल हो गए तथा का0 राहुल कुमार भी अभियुक्तों के द्वारा किये गये फायरिंग मे गोली लगने से घायल हो गया। सभी घायलो को जिला अस्पताल खीरी मे भर्ती कराया गया। इसी क्रम में 07 अभियुक्तो को शारदा नहर के बाये अमृतागंज जाने वाला पटरी पर भागने की फिराक मे इकठ्ठा होने के दौरान गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्तो से मिलकर गाय बेचने वाले गो शाला के चौकीदार अरूण तिवारी की गिरफ्तारी सुन्सी गाँव के बाहर की गयी। इनके द्वारा दि0 17/18/12.2022 की रात्रि में ग्राम सुन्सी की गोशाला से 15 गाय निकालकर सरैय्या बरतेर मे रमेश वर्मा के गन्ने के खेत मे गायों को काटा गया था। जिसके सम्बन्ध में थाना खीरी पर मु0अ0स0 624/2022 धारा 3/5/8 गोवध नि0 अधि0 बनाम अज्ञात के पंजीकृत किया गया था। आज ये पुन: गाय काटने हेतु सरसवा सहजनी चकरोड पर इकट्ठा हुये थे और वहा पर चार गाय बाध कर रखे थे इनके पास से गाय काटने का औजार भी बरामद हुआ है। गिरफ्तार अभियुक्तों का चालान मा0 न्या0 भेजा गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1. जिबराइल पुत्र इस्माइल नि0 मोहम्मदपुर थाना मोहम्म्दी जनपद खीरी 2. तौफीक खान पुत्र नशरूल्ला नि0 बुडवारा थाना गोला जनपद खीरी 3. जमीर खान पुत्र गफ्फूर खान नि0 गोपालपुर थाना नींमगाव जनपद खीरी 4. शहजान पुत्र जिबराइल नि0 मोहम्मदपुर थाना मोहम्म्दी जनपद खीरी 5. बाबू उर्फ स्टाप पुत्र इस्माइल नि0 मोहम्मदुपर अमीननगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी
6. अकील पुत्र जियाउल्ला नि0 टेरा थाना जैदपुर जनपद बाराबंकी 7. शहजाद उर्फ डब्बू पुत्र बच्चे उर्फ युसुफ नि0 मोहम्मदपुर अमीननगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी 8. शेरमोहम्मद पुत्र नजीम उल्ला खा नि0 अमीननगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी
9. कामिल पुत्र वसीर अहंमद नि0 मोहम्मदुपर अमी ननगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी 10. शाबान पुत्र शबाब मोहम्मदुपर अमीननगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी 11.आसिफ पुत्र पुत्तन खा नि0 दिलावरपुर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी
12. अरूण कुमार तिवारी पुत्र गोकरन प्रसाद नि0 सुन्सी थाना व जनपद खीरी 13. हारून पुत्र शहादत नि0 अमीननगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी 14. नईम पुत्र महीस खा नि0 अमीननगर थाना मोहम्मदी जनपद खीरी
बरामदगीः-
01 अदद तमंचा 12 बोर 02 अदद जिन्दा कारतूस 12 बोर 01 अदद खोखा कारतूस 12 बोर 01 अदद तमंचा 315 बोर 02 अदद जिन्दा कारतूस 315 बोर 02 अदद खोखा कारतूस 315 बोर 03 अदद छुरा 04 अदद मोबाइल 04 अदद गोवंशीय पशु आपराधिक इतिहास –
पूर्व मे किये गये अपराध थाना मोहम्मदी पर अभि0गण के विरूद्ध 1. मु0अ0स0 587/2017 धारा 3/5/8 गो वध अधि0
2. मु0अ0स0 189/20178 धारा 3/5/8 गो वध अधि0 3. मु0अ0स0 514/2021 धारा 3/5/8 गो वध अधि0
4. मु0अ0स0 578/2021 धारा 2/3 गैंगेस्टर एक्ट
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीमः-
1. प्रभारी निरीक्षक दिनेश सिंह, थाना खीरी 2. उ0नि0 अजीत सिंह (चौकी प्रभारी नकहा) थाना खीरी
3. उ0नि0 ओमप्रकाश सरोज (चौकी प्रभारी ओयल) थाना खीरी 4. उ0नि0 संचि त यादव थाना खीरी
5. हे0का0 इन्द्रेश सिंह थाना खीरी 6. हे0का0 कृष्ण कुमार थाना खीरी 7. हे0का0 प्रमोद वर्मा थाना खीरी 8. हे0का0 शैलेन्द्र सिंह थाना खीरी 9. का0आशीष थाना खीरी 10.का0 मन्दीप सिंह थाना खीरी 11. का0 तुषार क्राइम ब्रांच 12. का0 सिकंदर क्राइम ब्रांच
13. का0 श्रीओम मिश्रा क्राइम ब्रांच 14. का0 योगेश तोमर क्राइम ब्रांच 15. का0 रजनीश प्रताप क्राइम ब्रांच 16. का0 आनंद तोमर क्राइम ब्रांच
17. का0 ललित चौधरी क्राइम ब्रांच 18. का0 ललित कुमार क्राइम ब्रांच 19. का0 ड्राइवर संजय कुमार क्राइम ब्रांच
संवाददाता ::लखीमपुर खीरी :: अमरेंद्र सिंह{LMP} :: Date ::18 ::12::.2022: लखीमपुर थाना खीरी के ग्राम पंचायत का बरतेर सरैया में दर्जनों गायों के कटे हुए सिर खेत में मिले। उत्तर प्रदेश की योगी जी सरकार मे कटी गई दर्जनो गाय। बरतेर सरैया गांव के निकट गन्ने के खेत में दर्जनों गाय की गौकशी के मामला की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची मौके पर और अपने सीनियर अधिकारीयों को सूचित किया। पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचकर वहां से सभी गौ माताओं को हटवा दिया।
खीरी के एडिशनल एसपी,सीओ ने खीरी थाना प्रभारी को एफआईआर दर्ज कर 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी एवं कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया। और पब्लिक को आश्वासन दिया की आरोपी जल्द से जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे। मौके पर खीरी जनपद के

गौसेवक भी पहुंचे। अपना रोष व्यक्त किया और पुलिस से मांग किया की आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा जाये और गौसेवक ये भी मांग की सभी जो आरोपी फरार होने की फ़िराक में है उन आरोपियों के घर की कुर्की की जाये। गौसेवक गौ माता पर ऐसा अत्याचार नहीं सहेगा।
“पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय,
ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।”
अर्थ – कबीर दास जी के दोहे से समझ में आता है कि संसार की बड़ी-बड़ी पुस्तकें पढ़कर कितने ही लोग मृत्यु के द्वार तक पहुंच गए, मगर वे सभी विद्वान नहीं हो सके थे। वे कहते हैं कि इतन पढ़ने के बजाय अगर कोई प्रेम या प्रेम के ढाई अक्षर ही पढ़ ले यानी कि प्रेम के वास्तविक रूप को पहचान ले तो वह सच्चा ज्ञानी माना जाएगा
तुरंत ब्लड शुगर लेवल के स्तर को कैसे कम करें? Sugar Level Kam Karne ka Gharelu Upay
पहला उपाय : ये है कि जिस मरीज का ब्लड शुगर लेवल बड़ा हुआ है उसके लिए ब्लड शुगर लेवल के स्तर को कम करने लिए सुबह उठकर खाली पेट दो से तीन तुलसी की पत्ती चबाएं,या फिर आप चाहें तो तुलसी का रस भी पी सकते हैं । इससे आपका ब्लड शुगर नियंत्रण में आ जाएगा । तुलसी के सेवन के साथ में यदि आप शुगर को कम करने वाली दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो ध्यान रखें और डॉक्टर्स से परामर्श जरूर लें । क्योंकि शुगर को तेजी से कम करने का काम करती है ।
दूसरा उपाय: ये है कि जिस मरीज का ब्लड शुगर लेवल बड़ा हुआ है उसके लिए ब्लड शुगर लेवल के स्तर को कम करने का सबसे आसान तरीका है पानी। इस दौरान अगर आप पानी पीते हैं तो यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। आपको बता दें कि पानी के जरिए किडनी टॉक्सिन्स और इंसुलिन को शरीर से बाहर निकालने का काम करता है।

शुगर को कम करने के लिए क्या खाना चाहिए ?
डायबिटीज में अरहर की दाल, काबुली चने, हरे चने, कुलथी की दाल का सेवन अधिक करना चाहिए. डायबिटीज में कौन-से फल खाने चाहिए? शुगर के मरीज सेब, संतरा, आड़ू, बेरीज, चेरी, एप्रिकोट, नाशपाती और कीवी जैसे फल हर दिन खा सकते हैं. आप बिना गुड़ के उबाली हुई शकरकंद का सेवन भी कर सकते हैं. डॉ अजय अनंत चौधरी Dt.21-12-2022
मधुमेह के लिए प्राकृतिक घरेलू उपचार का अवलोकन।
मधुमेह रोग (Diabetes) एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति के रक्त शर्करा ( blood sugar ) का स्तर सामान्य शर्करा के स्तर से ऊपर होता है। हम जो भी खाना खिलते है उसके पाचन के बाद वह ग्लूकोस बन जाता है। यह ग्लूकोस (glucose) खून के ज़रिये विभिन शरीर की कोशिकाओं तक पहुँचता है। और ऊर्जा पैदा होती है। इसलिए खाना खाते ही ग्लूकोस की मात्रा खून मे बढ़ जाती है। ग्लूकोस की मात्रा बढ़ते ही इन्सुलिन (insulin) नाम का हॉर्मोन (hormone) सतर्क हो जाता है और वह इस ग्लूकोस को शरीर की कोशिकायों मे प्रवेश करने मे मदद करता है।
जब इन्सुलिन की कमी होती है या शरीर इन्सुलिन प्रतिरोधक (insuline resistance) हो जाता है तो ग्लूकोस का कोशिकाओं मे प्रवेश कम हो जाता है। जिस कारण ग्लूकोस की मात्रा खून मे ज़ायदा हो जाती है। इस स्तिति को डायबिटीज या मधुमेह कहते है।
डायबिटीज को नियंत्रण करने के लिए ऐसा खाना, खाना चाहिए जो आप के ग्लूकोस की मात्रा को ज़ायदा नहीं बढ़ाये या अचानक तेज़ी से ग्लूकोस के स्तर को असंतुलित कर दे। डायबिटीज के मरीज़ों को इसलिए अपने खान पान पर बहुत धयान देना चाहिए।
घर पर प्राकृतिक रूप से मधुमेह का इलाज कैसे करें, इसका सरल उपाय है कि हमें अपने द्वारा खाए जाने वाले भोजन को भली भांति समझना चाहिए। कुछ खाद्य पदार्थ रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ाते हैं। ये उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स (High Glycemic index) वाले खाद्य पदार्थ कहलाते हैं। जबकि कुछ खाद्य उत्पाद बहुत धीरे-धीरे ग्लूकोज छोड़ने के लिए जाने जाते हैं। ये लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (low glycemic index) वाले खाद्य पदार्थ कहलाते हैं। इस प्रकार, निम्न और उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का उचित चयन ग्लूकोस के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।डॉ अजय अनंत चौधरी Dt.21-12-2022
संविधान के अनुच्छेद
अनुच्छेद 14 से 18 समानता का अधिकार:
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 16, 17 और 18 के तहत समानता का अधिकार दिया गया है। ये लेख नागरिकों को कानून के समक्ष समान व्यवहार और कानून की समान सुरक्षा, सार्वजनिक रोजगार में समान अवसर सुनिश्चित करते हैं और भेदभाव और अस्पृश्यता को रोकते हैं जो सामाजिक बुराइयाँ हैं।
अनुच्छेद 14 से 18 समानता का अधिकार:
अनुच्छेद 14 के अनुसार : भारत राज्य क्षेत्र में राज्य के किसी व्यक्ति को विधि के समक्ष समता और विधियों के समान संरक्षण से वंचित नहीं किया जाएगा इस अनुच्छेद में की दो बातें निहित है। यह अनुच्छेद बहुत व्यापक दृश्टिकोण के लिए संविधान में सम्मलित किया गया है।
विधि के समक्ष समानता : विधि के समक्ष समानता यह ब्रिटिश संविधान से ग्रसित किया गया है यह अनुच्छेद कानून समानता का नकारात्मक दृष्टिकोण है इसमें निम्न तीन अर्थ निकलता है।
1 – देश में कानून का राज: देश में सभी व्यक्ति चाहे वे जिस जाति धर्म व भाषा के हो सभी एक समान कानून के अधीन हैं कोई भी व्यक्ति कानून के ऊपर नहीं है।
2 – विधियों का समान संरक्षण: विधियों के समान संरक्षण यह अमेरिका संविधान से ग्रसित किया गया इसका अर्थ यह है कि समय परिस्थिति वाले व्यक्तियों को कानून के समक्ष सामान समझा जाएगा क्योंकि समानता का अधिकार का मतलब सब की समानता ना होकर सामान रूप में समानता है अर्थात एक ही प्रकार की योग्यता रखने वाले व्यक्तियों के साथ जाति धर्म भाषा व लिंग के आधार पर कोई भेदभाव ना किया जाए।
3-विधानी वर्गीकरण : भारतीय संविधान की विधानी वर्गीकरण के सिद्धांत का प्रतिपादन करता है जो अनुच्छेद 14 का उल्लंघन नहीं करता है विधानी वर्गीकरण का अर्थ है कि यदि एक व्यक्ति की अपनी आवश्यकता है परिस्थितियों के अनुसार अन्य से भिन्न है तो उसे एक वर्ग माना जाएगा और समानता का सिद्धांत उस पर अकेले लागू होगा लेकिन इसका आधार वैज्ञानिक तर्कसंगत या युक्त होना चाहिए।
इसमें नैसर्गिक न्याय का सिद्धांत निहित है। यह अनुच्छेद भारतीय संविधान का मूल ढांचा है। इसमें विधि के शासन का उल्लेख है। इसमें सर्वग्राही समानता का सिद्धांत पाया जाता है।
आईपीसी की धारा 208 में विधि का क्या प्राविधान है

IPC की धारा 208का विवरण :जो कोई किसी व्यक्ति के बाद में ऐसी राशि के लिए, जो ऐसे व्यक्ति को शोध्य न हो या शोध्य राशि से अधिक हो, या किसी ऐसी संपत्ति या संपत्ति में के हित के लिए, जिसका ऐसा व्यक्ति हकदार न हो, अपने विरुद्ध कोई डिक्री या आदेश कपटपूर्वक पारित करवाएगा, या पारित किया जाना सहन करेगा अथवा तो वह व्यक्ति धारा 208के अंतर्गत दंड एवं जुर्माने से दण्डित किया जाएगा। विधिक सलाहकार -मुकेश भारती एड0।Dt.18-12-2022
अथवा
भारतीय दंड संहिता की धारा 208 के अनुसार
ऐसी राशि के लिये, जो शोध्य न हो, कपटपूर्वक डिक्री होने देना सहन करना-जो कोई किसी व्यक्ति के वाद में ऐसी राशि के लिये, जो ऐसे व्यक्ति को शोध्य न हो या शोध्य राशि से अधिक हो, या किसी ऐसी सम्पत्ति या सम्पत्ति में के हित के लिये, जिसका ऐसा व्यक्ति हकदार न हो, अपने विरुद्ध कोई डिक्री या आदेश कपटपूर्वक पारित करवायेगा, या पारित किया जाना सहन करेगा अथवा किसी डिक्री या आदेश को उसके तुष्ट कर दिये जाने के पश्चात् या किसी ऐसी बात के लिये, जिसके विषय में उस डिक्री या आदेश की तुष्टि कर दी गयी हो, अपने विरुद्ध कपटपूर्वक निष्पादित करवायेगा या किया जाना सहन करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि दो वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से दण्डित किया जायेगा।विधिक सलाहकार -मुकेश भारती एड0।Dt.23-12-2022
दृष्टान्त
य के विरुद्ध एक वाद क द्वारा संस्थित न्यायलय में किया जाता है। य यह सम्भाव्य जानते हुये कि क उसके विरुद्ध डिक्री अभिप्राप्त कर लेगा, ख के बाद में, जिसका उसके विरुद्ध कोई न्यायसंगत दावा नहीं है, अधिक रकम के लिये अपने विरुद्ध निर्णयः किया जाना इसलिये कपटपूर्वक सहन करता है कि ख स्वयं अपने लिये या य के फायदे के लिये य की सम्पत्ति के किसी ऐसे विक्रय के आगमों का अंश ग्रहण करे, जो क की डिक्री के अधीन दिया जाये। य ने इस धारा के अधीन अपराध किया है।विधिक सलाहकार -मुकेश भारती एड0 ।Dt.23-12-2022
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