लाल बहादुर शास्त्री जी के पुण्य तिथि पर सच्ची श्रद्धांजलि -Adv Reeta Bhuiyar
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Dt.11 January 2023। Published ।“वर्तमान राजनीति का दर्पण इस कदर भ्रमित हो गया है, चेहरा का भी एक फ्रेम हो गया, बिना फ्रेम के चेहरे का वजूद खो गया है”
“कोई अपनी बात कहना चाहे तो कैसे कहे, जनता का बहुमत पार्टी प्रवक्ता की बात सुनने का आदि हो गया है” “अब तो क्षेत्रीय नेता (MLA/MP) उस खेत की फसल में उन चूहों की तरह हो गए है, जो खेत को जोतने व खेत में पानी भरने के बाद एक नई खेत की फसल की ओर दौड़ते है” “नई फसल के खेत का मालिक अपनी खेत की जिम्मेदारी उन नौकरों पर छोड़कर, मण्डी के भाव की जानकारी लेकर खुशी से अपना हाल किसी को बताए बगैर, मण्डी के दलाल पर विश्वास कर, खेत में काम करने वालों को और उनके बच्चों के अच्छे दिन का सपना दिखता है” “यदि कोई खेत को तैयार करने वाला मजदूर मालिक से ये कह दे कि, साहब पड़ोसी के खेत के चूहे खेत में घुस रहे है, ये चूहे फसल को खाने से ज्यादा बर्बाद कर देगे, तो मालिक के पास के नौकर ही उस मजदूर को बाहर का रास्ता दिखा देते है”
लाल बहादुर शास्त्री जी के पुण्य तिथि पर सच्ची श्रद्धांजलि।
“इस घटना को अन्य मजदूर देखकर चुप हो जाते है, और अपने आपको अच्छा वफादार मजदूर साबित करने के लिए, बाहर से आ रहे चूहों को केचुवा बताकर तारीफ करते है” “कहना तो बहुत कुछ चाहती हूं, लेकिन समर्थन न मिलने पर अकेली रह जाती हूं, हर पांच साल में अच्छे दिनों की तलाश में एक चूहे को केचवा समझ कर अपना मत देकर खराब कर आती हूं, और पूरे पांच वर्ष तक अफसोस जताती हूं” Adv -Reeta Bhuiyar जिला बिजनौर उप्र भारत ।।
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