गोरखपुर माफियाओं की जब्‍त जमीन पर सीएम योगी दलितों के लिए बनवाएंगे मकान, विधानसभा में किया ऐलान – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

गोरखपुर माफियाओं की जब्‍त जमीन पर सीएम योगी दलितों के लिए बनवाएंगे मकान, विधानसभा में किया ऐलान

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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र ( सम्पादक- मुकेश भारती :सम्पर्क सुत्र- 9161507983 )
गोरखपुर : ( अवधेश कुमार – ब्यूरो रिपोर्ट ) दिनाँक 20 /08 2021 दिन शुक्रवार


   गोरखपुर माफियाओं की जब्‍त जमीन पर सीएम योगी दलितों के लिए बनवाएंगे मकान, विधानसभा में किया ऐलान

माफियाओं की जब्‍त जमीन पर सीएम योगी दलितों के लिए बनवाएंगे मकान, विधानसभा में किया ऐलान यूपी में माफियाओं से जब्‍त जमीन पर सीएम योगी दलितों-गरीबों के लिए मकान बनवाएंगे। गुरुवार को उन्‍होंने विधानसभा में कहा कि हम माफियाओं को सिर पर ढोते नहीं चलते। सरकार ने उनकी 1500 करोड़ रुपए की सम्‍पत्तियां जब्‍त कर ली हैं। गरीबों को लूटकर सम्‍पत्ति बनाने वालों के यहां बुल्‍डोजर चल रहे हैं। सरकार माफियाओं से जब्‍त जमीन पर गरीबों और दलितों के लिए मकान बनवाएगी। अनुपूरक बजट पर बोलते हुए सीएम योगी ने विपक्ष पर तीखे वार किए। सीएम ने कहा कि अवैध तरीके से जुटाई गई माफियाओं की हर संपत्ति सरकार जब्त करेगी। उन्‍होंने कहा कि गुंडों के कब्जे से मुक्त कराई जा रही जमीनों पर सरकार उन गरीबों-दलितों के लिए आवास बनाएगी, जिनके पास रहने के लिए घर नहीं हैं। उन्‍होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय ने कहा था कि आर्थिक योजनाओं और आर्थिक प्रगति का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को भी मिलना चाहिए। हमने बिना किसी भेदभाव के अपनी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम किया। सीएम ने कहा कि यह पहली महामारी है जिसमें एक भी गरीब भूखा नहीं मरा। हमें महामारी को तो स्वीकार करना होगा नहीं तो बीमारी के उपचार के लिए और बीमारी से बचाव के लिए कोई अभियान आगे नहीं बढ़ पाएगा। उन्‍होंने कहा कि विपक्ष को तो गरीबों को अन्‍न दिया जाना भी बुरा लग रहा है। झोलों में अनाज वितरण को भी गरीबों का मजाक बता दिया। यह साफ दिख रहा है कि विपक्ष को जमीन पर चलने की आदत नहीं है। सीएम ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान प्रदेश के अंदर बजट का दायरा काफी बढ़ गया। वर्ष 2015-16 में ढाई लाख करोड़ रुपए का बजट आता था। 2016-17 में 2.40 लाख करोड़ का बजट आया। आज हम करीब छह लाख करोड़ रुपए तक बजट के दायरे को पहुंचाने में सफल रहे हैं। बड़ी सोच और बड़े कार्यों के साथ बजट का दायरा भी बढ़ा है।


मुहर्रम, ताजिया, झरनी गीत

 

 

 

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