Kushinagar News:शालिग्राम शिला दर्शन के लिए सलेमगढ़ टोल प्लाजा पर उमड़ा राम भक्तों का सैलाब।
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संवाददाता ::कुशीनग:: जितेन्द्र भारती {C03} :: Dt.1.2.2023शालिग्राम शिला दर्शन के लिए सलेमगढ़ टोल प्लाजा पर उमड़ा राम भक्तों का सैलाब। -वैदिक आचार्यों द्वारा किया गया पूजन पाठ, जयघोष से इलाका हुआ भक्तिमय। शीनगर। उत्तर प्रदेश बिहार सीमा पर स्थित कुशीनगर जनपद के थाना तरयासुजान क्षेत्र के सलेमगढ़ टोल प्लाजा पर आस्था और भक्ति से सराबोर ये तस्वीरें मंगलवार को देर शाम देवशिला यात्रा के दौरान फूलों से सजे ट्रकों पर रखी इन शालिग्राम शिलाओं की एक झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में राम भक्तों का हुजूम उमड़ गया। जहां सबसे पहले वेदिक आचार्यों द्वारा पूजा पाठ करने के बाद शालिग्राम शिला गोरखपुर के लिए प्रस्थान किया।
बताते चलें कि नेपाल से दो विशाल शालिग्राम शिलाएं अयोध्या रामनगरी के लिए जारही जिसमें जिसको चित्रकारों द्वारा श्रीराम और माता सीता की मूर्तियां बनाई जाएगी।यह शिलाएं करीब छह करोड़ साल पुरानी हैं। नेपाल में पोखरा स्थित शालिग्रामी (काली बड़ी गंडक नदी) से यह दोनों शिलाएं जियोलॉजिकल और आर्किलॉजिकल विशेषज्ञों की देखरेख में निकाली गयी।यह शिलाएं 26 जनवरी को ट्रक में लोड किया गया. पूजा-अर्चना के बाद दोनों शिलाओं को ट्रक से सड़क मार्ग से अयोध्या भेजा जा रहा है।राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल ने कहा कि हमें अभी शिलाओं को अयोध्या लाने के लिए कहा गया है।शिलाओं के अयोध्या पहुंचने के बाद ट्रस्ट अपना काम करेगा। ये शिलाएं अयोध्या में दो फरवरी को पहुंच सकती हैं।नेपाल की शालिग्रामी नदी भारत में प्रवेश करते ही नारायणी बन जाती है।
कामेश्वर चौपाल ने बताया कि शालिग्रामी नदी के काले पत्थर भगवान शालिग्राम के रूप में पूजे जाते हैं। यह नदी दामोदर कुंड से निकलकर सोनपुर में गंगा नदी में मिल जाती है।शिला यात्रा के साथ करीब 100 लोग चल रहे हैं। विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र, राजेंद्र सिंह पंकज, नेपाल के पूर्व उपप्रधानमंत्री कमलेंद्र निधि, जनकपुर के महंत भी इस यात्रा के दौरान साथ में लगातार चल रहे है। शिला के साथ चल रहे जीवेश्वर मिश्रा ने बताया कि गोरखनाथ मंदिर पहुंचने के बाद शिलाओं का स्वागत-पूजन पूज्य संतों के हिंदू सेवाश्रम पर करेंगे। इसके बाद यात्रा में सम्मिलित सभी लोगों का मंदिर में भोजन एवं विश्राम होगा।अगले दिन एक फरवरी की सुबह यात्रा का विधि-विधान से पूजन कर उनको अयोध्या जी के लिए गोरक्ष पीठाधीश्वर उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा रवाना किया जाएगा।शास्त्रों के मुताबिक शालिग्राम में भगवान विष्णु का वास माना जाता है।पौराणिक ग्रंथों में माता तुलसी और भगवान शालिग्राम के विवाह का उल्लेख भी मिलता है।शालिग्राम के पत्थर गंडकी नदी में ही पाए जाते हैं. हिमालय के रास्ते में पानी चट्टान से टकराकर इस पत्थरों को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ देता है।मान्यता है कि जिस घर में शालिग्राम की पूजा होती है, वहां सुख-शांति और आपसी प्रेम बना रहता है। साथ ही माता लक्ष्मी की भी कृपा बनी रहती है।इस दौरान प्रमुख रूप से तमकुहीराज के विधायक डा असिम कुमार राय, विधायक सुरेंद्र कुशवाह, विधायक विनय गोंड,पूर्व विधायक डॉ पीके राय, पर्व विधायक पं० नन्द किशोर मिश्रा, पूर्व विधायक रजनीकांत मणी त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्रा, पूर्व जिला अध्यक्ष जयप्रकाश शाही , भाजपा नेता अजय तिवारी, भाजपा नेता विजय राय, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि सेवरही धनंजय तिवारी, भाजपा नेता जयंत कुमार सिंह,संजय मिश्रा शिक्षक, संजय राय, सतेन्द्र चौहान,निलय सिंह, सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित रहें। जितेन्द्र भारती पत्रकार कुशीनगर यूपी,
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