जितनी जिसकी होसियारी उतनी उसकी शासन सत्ता में भागीदारी
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जितनी जिसकी होसियारी उतनी उसकी शासन सत्ता में भागीदारी -भारतीय संबिधान ने सभी लोगो को समानता का अधिकार दिया है लेकिन आज़ादी के बाद से केवल एक वर्ग का देश की शासन सत्ता पर कब्ज़ा है। भारत में ओ बी सी की जनगणना क्यों नहीं की जाती है कार्मिक मंत्रालय सभी सूचनाओं को क्यों दबाये रखता है बामसेफ की जानकारी के अनुसार कुछ तथ्य सामने निकल कर आया है।
भारत में निवास करने वाली कुल 6 हज़ार 7 सौ 47 जातियाँ है। तथ्यों को ध्यान से देखा जाये तो पता चलता है की आख़िरकार लोग आरक्षण का बिरोध क्यों करते है ? क्यों की सभी लोगो का हक़ मार कर बैठे है? आइये देखते है भारत में में एक जाती का कितना प्रतिशत इस देश की महत्वपूर्ण पदों पर कब्ज़ा कितना है। ?
भारत में ब्राह्मण- 3%……लोकसभा में ब्राह्मण : 80% राज्यसभा में ब्राह्मण : 96 % ब्राह्मण राज्यपाल : 50 % कैबिनेट सचिव : 33 %
मंत्री सचिव में ब्राह्मण : 54% अतिरिक्त सचिव ब्राह्मण : 62% पर्सनल सचिव ब्राह्मण : 70% यूनिवर्सिटीमें ब्राह्मण वाईस
चांसलर : 91% सुप्रीम कोर्टमें ब्राह्मण जज: 96% हाई कोर्टमें ब्राह्मण जज : 80 % भारतीय राजदूत ब्राह्मण : 81%
पब्लिक अंडरटेकिंग ब्राह्मण :
केंद्रीय : 87% राज्य : 82 % बैंक में ब्राह्मण : 57 % एयरलाइन्स में ब्राह्मण : 61% IAS ब्राह्मण : 72% IPS ब्राह्मण : 61% टीवी कलाकार एव बॉलीवुड : 83% CBI, CEx & Customs ब्राह्मण 72% मंदिरों में ब्राह्मण- 100% मिडिया में ब्राह्मण- 90%
ये देखो ब्राह्मणों का आरक्षण!!!
इसका विरोध आज तक किसीने क्यू नही
किया???
SC व ST को 22.5% आरक्षण नौकरी और राजनीति में मिला है, बाकी क्षेत्रों में नहीं। अब हम देखते हैं कि देश में आरक्षण और जनसंख्या
का अनुपात क्या है? जनसंख्या आरक्षण 100% में एस सी 15% आरक्षण15% एस टी 7.5% आरक्षण 7.5% ओबीसी 52% आरक्षण 27 % अल्पसंख्यांक 10.5% आरक्षण 0% कुल्ल संख्या 85 % आरक्षण 49.5 % अर्थात, SC, ST, OBC और MINORITY’s की जनसंख्या 85% है और उन्हें आरक्षण है सिर्फ 49.5%. जनरल या ओपन कैटेगिरी की जनसंख्या है 15% और उन्हें आरक्षण है 50.5%.
अब इन आंकडों को देख कर बताइए की वास्तव में तथाकथित आरक्षण (ओपन के नाम पर) कोन ले रहा है ?…..अर्थात, ब्राह्मण !!! देश में ओपन या जनरल कैटिगरी की लोकसंख्या है
सिर्फ 15% और उन्हें आरक्षण दिया जा रहा है 50%. उन 15% में विदेशी ब्राह्मण है सिर्फ 3.5% और यही अल्पसंख्यांक ब्राह्मण लोग वास्तव में 80 से 90% आरक्षण खाये जा रहे हैं। मतलब, ब्राह्मण ओपन के नाम पर बनिया और राजपूतों का ही आरक्षण तो खा ही रहा है, साथ ही साथ वह SC/ST/OBC का भी आरक्षण खा रहा है। यही कारण है कि, SC/ ST/ OBC का कोटा पिछले 65 सालों से आजतक भरा हुआ नहीं है। OBC की स्थिति अत्यंत दयनीय है। उनकी लोकसंख्या है 52% और उनको आरक्षण मिला है सिर्फ 27.5%!! उपर से क्रिमिलेयर का आर्थिक आधार लगाकर ब्राह्मणों ने OBC के आरक्षण को Zero बना दिया है। इसलिए, OBC का कोटा सिर्फ 4.1% ही भरा हुआ है और उनका बचा हुआ आरक्षण ब्राह्मणों ने हडप लिया है। इसलिए लोकसंख्या के अनुसार सभी जातियों को आरक्षण मिलना चाहिए। ब्राह्मण अगर 3.5% है, तो उन्हें सिर्फ 3.5% ही आरक्षण मिलना चाहिए और 3.5% के जादा जगहों पर से ब्राम्हणों को हटाकर उन जगहों पर SC/ ST/ OBC की भर्ती करनी चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो मराठा, जाट, अहिर, लिंगायत, रेड्डी, पटेल ऐसे सभी जाति समुदायों को उनकी संख्या के अनुपात में आरक्षण मिलेगा।
जागो OBC,SC,ST,NT, MINORITIES जागो
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