हापुड़ : हरजसपुरा निवासी डॉ अशोक कुमार एमडी खुद कोरोना से हुए संक्रमित
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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र ( सम्पादक मुकेश भारती ) 9161507983
हापुड़ : (चेतन कुमार – ब्यूरो रिपोर्ट )
हापुड़ : हरजसपुरा निवासी डॉ अशोक कुमार एमडी खुद कोरोना से हुए संक्रमित
कोरोना संक्रमित होने के बाद भी डॉ अशोक कुमार ने नहीं हारी हिम्मत, ठीक होने के बाद भी मरीजों की सेवा करने में जुट गए कोरोना योद्धा बनकर अपना फर्ज बिना थके और बिना हारे निभा रहे हैं हरजसपुरा निवासी डॉ अशोक कुमार एमडी खुद कोरोना से हुए संक्रमित
जनपद हापुड़ के गढ़ चुंगी गढ़ रोड पर स्थित मोहल्ला हरजसपुरा निवासी डॉ अशोक कुमार एमडी ने नहीं हारी हिम्मत,भले ही वे खुद कोरोना से संक्रमित हुए थे। और ठीक होने के बाद मरीजों की सेवा करने में जुट गए।आपको बता दें कि बादलपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ अशोक कुमार एमडी कोरोना योद्धा बनकर अपना फर्ज बिना थके और बिना हारे निभा रहे हैं क्योंकि कोरोना कि दूसरी लहर में वे लगातार कोरोना मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं और अपने परिवार व बच्चों से दूर रहते हुए भी दिन-रात मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इनकी खास बात यह रही कि कोरोना मरीजों की सेवा करते हुए 19 अप्रैल को वे खुद कोरोना संक्रमित हो गए थे और 29 अप्रैल तक 70 परसेंट ठीक व हॉट सिटी इंफेक्शन होने के बाद भी 7 दिनों तक कोरोना को हराकर 7 मई को पूरी तरह जंगल लड़कर हिम्मत ना हारते हुए संक्रमण से ठीक होते ही वह फिर से मरीजों के इलाज करने में जुट गएऔर वर्तमान में डॉक्टर अशोक कुमार एमडी नोएडा सेक्टर 39 मे कोविड अस्पताल में अपना फर्ज बिना थके और बिना हमें निभा रहे हैं उनका प्रयास है कि चाहे कोई भी उन पर मुसीबत आए, कितनी भी कोरोना महामारी फैले लेकिन वे मरीजों का साथ नहीं छोड़ेंगे और अपने दम पर ही कोरोना की दूसरी लहर को हरआएंगे,वह कोरोना महामारी काल में लोगों की जान बचाने के लिए ढाल बनकर योद्धा की तरह मैदान में जुटे हुए हैं। क्योंकि वे कोविड मरीज हो या नॉन कोविड मरीज वह सब की सेवा पिछले वर्ष से लगातार कर रहे हैं। और वह हर दिन सुबह से शाम तक कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा मुहैया कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं क्योंकि उन्हें ड्यूटी के साथ-साथ महीने में एक या दो बार परिवार से मिलने घर जाना होता हैजहां फोन द्वारा डॉ अशोक कुमार एमडी से बात करने पर उन्होंने बताया कि अब मरीजों को ठीक होता देख कर मन को सुकून प्राप्त होता है क्योंकि जब पिछले वर्ष उनकी ड्यूटी लगी तो सर्वप्रथम खुद के अंदर सकारात्मक सोच रखी, वह खुद संक्रामक रहेंगे तभी तो मरीजों को हिम्मत देकर उनके उपचार के साथ उन्हें उनके पैरों पर खड़ा रहने के लिए प्रेरित कर सकेंगे।
जनपद हापुड़ से क्राइम रिपोर्टर चेतन कुमार की रिपोर्ट
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