सुलतानपुर : भारतीय बौद्ध महासभा के संरक्षक ने दलित उत्पीड़न को लेकर की केस दर्ज कर निष्पक्ष जांच के आदेश की मांग – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

सुलतानपुर : भारतीय बौद्ध महासभा के संरक्षक ने दलित उत्पीड़न को लेकर की केस दर्ज कर निष्पक्ष जांच के आदेश की मांग

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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक हिंदी समाचार पत्र ( सम्पादक मुकेश भारती ) 9161507983

सुलतानपुर : ( सूरज राव – ब्यूरो रिपोर्ट )


सुलतानपुर : भारतीय बौद्ध महासभा के संरक्षक ने दलित उत्पीड़न को लेकर की केस दर्ज कर निष्पक्ष जांच के आदेश की मांग

एसडीएम राम अवतार एवं एसओ देवेंद्र सिंह समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ विशेष अदालत में पड़ी अर्जी,लगे गम्भीर आरोप विशेष न्यायाधीश एससी-एसटी एक्ट राकेश कुमार यादव ने सम्बंधित पुलिस अफसर से किया जवाब-तलब,बढ़ सकती है सभी आरोपियों की मुश्किलें भारतीय बौद्ध महासभा के संरक्षक ने दलित उत्पीड़न को लेकर की केस दर्ज कर निष्पक्ष जांच के आदेश की मांग शादी के कार्ड में बाबा भीमराव अंबेडकर की 22 प्रतिज्ञाओं को छपवाने के चलते कुछ लोगो के इशारे पर अधिकारियों के जरिये उत्पीड़न का आरोप सुलतानपुर। एसडीएम रामअवतार एवं थानाध्यक्ष देवेंद्र सिंह समेत चार के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में पड़ी अर्जी, मुकदमा दर्ज कराने एवं निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर भारतीय बौद्ध महासभा के संरक्षक त्रिवेणी प्रसाद ने स्पेशल जज एससी-एसटी एक्ट की अदालत में पेश की अर्जी, स्पेशल जज राकेश कुमार यादव ने अर्जी पर संज्ञान लेते हुए सम्बंधित पुलिस अफसर से किया जवाब-तलब, आरोप के मुताबिक कोतवाली देहात थाना क्षेत्र स्थित ग्राम अभियाकला निवासी बाबूलाल के जरिए पौत्री की शादी में बाबा भीमराव अम्बेडकर की प्रतिज्ञाओं से जुड़ी पंक्तियों को छपवाने के चलते कुछ क्षेत्रीय विरोधियों के उकसाने पर थानाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने अपने सहयोगी पुलिस कर्मियों संग पद का दुरुपयोग कर अनर्गल दबाव बनाने व बाबा अम्बेडकर की आस्था से दूर करने की मंशा से कराया था चालान, एसओ देवेंद्र सिंह, दरोगा वीर पाल सिंह एवं सिपाही संतोष यादव के खिलाफ मारने -पीटने एवं फर्जी ढंग से चालान कर जेल भिजवाने का लगा आरोप, आरोप के मुताबिक थाने की सेटिंग के चलते एसडीएम रामअवतार ने पुलिस अफसरों के उकसाने पर बाबूलाल को मामूली प्रकरण में जमानत देने के बजाय चार दिन के लिए भेजा था जेल, जबकि ऐसे मामलों में जेल भेजने की कार्रवाई करने पर अभी हाल में ही हाईकोर्ट ने जारी किया था कड़ी कार्रवाई का निर्देश, हाईकोर्ट ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही के अलावा जुर्माना लगाने तक की भी दी है चेतावनी, बावजूद इसके आखिर एसडीएम ने अपने पद का दुरुपयोग कर किसके प्रेशर में और किन परिस्थितियों में बाबूलाल को मामूली धाराओं में जमानत प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करने के बावजूद भी भेजा था जेल,सभी की भूमिका संदिग्ध, उठा सवाल, बाबा भीमराव अम्बेडकर के प्रति आस्था रखने वाले लोगों पर ऐसी कार्रवाई से लोगो मे आक्रोश उठने की बात आ रही सामने , बाबूलाल पर हुई उत्पीड़नात्मक कार्रवाई से क्षुब्ध बौद्ध महासभा के संरक्षक त्रिवेणी प्रसाद ने कोर्ट में पेश की अर्जी, पुलिस अधीक्षक से शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही न होने पर त्रिवेणी प्रसाद ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा, जिम्मेदार अफसरों ने विशेष समाज के व्यक्ति का सामने आये कारणों से उत्पीड़न कर योगी सरकार की दलित जोड़ो नीति पर फेरा पानी, सम्बन्धित समाज का प्रति निधित्व करने वाले लोगो के मुताबिक जिम्मेदार अधिकारियों की ऐसी कार्यवाहियां सामने आने से सर्व समाज के लोगो मे एकजुटता होने के बजाय बढ़ती है दूरियां, न्यायाधीश राकेश कुमार यादव ने मामले में संज्ञान लेते हुए नियत तिथि के लिए किया जवाब-तलब,ड्यूटी के दौरान दायित्वों के निर्वहन के खिलाफ जाकर की गई कार्रवाई से बढ़ सकती है एसडीएम, थानाध्यक्ष एवं अन्य सह आरोपियों की मुश्किलें।

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