बलरामपुर :: शिक्षकों का आभाव गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में सबसे बड़ा बाधक – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

बलरामपुर :: शिक्षकों का आभाव गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में सबसे बड़ा बाधक

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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक हिंदी समाचार पत्र ( सम्पादक मुकेश भारती ) 9161507983

बलरामपुर 🙁 बी०पी० बौद्ध – ब्यूरो रिपोर्ट ):


बलरामपुर :: शिक्षकों का आभाव गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में सबसे बड़ा बाधक
राजकीय विद्यालयों का हाल बदहाल, नहीं पहुँच रहे शिक्षक उच्च प्राथमिक विद्यालय भवन में चल रहा राजकीय माध्यमिक विद्यालय सहजौरा जनपद में कमजोर बच्चों को हाईस्कूल व इण्टर मीडिएट की शिक्षा दिलाने के लिए स्थापित राजकीय विद्यालय बदहाल है। विभाग के मुखिया लगातार स्कूलों का निरीक्षण कर साफ-सफाई, आनलाइन शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की सख्त हिदायत दे रहे हैं। फिर भी स्कलों के हालत सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। शिक्षकों का आभाव गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में सबसे बड़ा बाधक है। साफ-सफाई व शुद्ध पेयजल की अव्यवस्था से बीमारी पनपने की अशंका भी बढ़ गई है।यहाँ गुरुजनों का है अकाल:राजकीय कन्या इण्टर कालेज उतरौला में एक प्रधानाचार्य समेत 20 प्रवक्ता व अध्यापकों के पद सृजित हैं। प्रधानाचार्य, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान व अंग्रेजी के प्रवक्ताओं के पद रिक्त हैं। चार सामान्य विषयों के अध्यापकों के पद रिक्त हैं।प्रभारी प्रधानाचार्य प्रियंका सिंह ने बताया कि छात्राओं को मोबाइल ऐप के जरिए आनलाइन शिक्षा दी जा रही है। कक्षा छह में 03, कक्षा नौ में 16, एवं कक्षा ग्यारह में 17 छात्राओं का प्रवेश हुआ है। कक्षा सात में 50, कक्षा आठ में 84, एवं कक्षा बारह में 64 छात्राएं पहले से ही अध्ययनरत हैं।यहाँ उधारी के भवन में चल रहा विद्यालय:जनपद के शिक्षा क्षेत्र रेहरा बाजार के राजकीय हाईस्कूल सहजौरा नवीन का निर्माण पूरा होने के बाद भी विद्यालय संचालन उच्च प्राथमिक विद्यालय सहजौरा के भवन में उधारी पर हो रहा है। करीब 65 लाख रुपये की लागत से भवन निर्मित है, फिर भी तकनीकी कारणों से अभी तक हस्तांतरण नहीं हो सका है।सोमवार को प्रधानाचार्य सरिता आजाद विद्यालय में मौजूद नहीं थीं। सहायक अध्यापक नन्दनी सोनकर ने बताया कि कार्यालय कार्य से जिला मुख्यालय गई हैं। कक्षा नौ में कुल 84 छात्र हैं। इनमें 28 छात्र का नामांकन इसी सत्र में हुआ है। शिक्षिका स्मिता विश्वास एवं गीतांजलि गंगवार आनलाइन क्लास कर रही थीं। बताया कि फर्नीचर न होने से परेशानी का सामना करना पड़ता है। हिन्दी, गणित व सामाजिक विज्ञान के अध्यापक नहीं हैं। शिक्षकों को दी गई है हिदायत: जिला विद्यालय निरीक्षक गोविन्द राम का कहना है कि शिक्षकों को विद्यालय में रहकर आनलाइन पढ़ाने की हिदायत दी गई है। शिक्षकों की कमी के बारे में शासन को बराबर पत्र लिखा जाता है। नवनिर्मित भवन का हस्तांतरण शीघ्र कराया जाएगा।


 

खबर संकलन– बी०पी० बौद्ध जिला ब्यूरो चीफ
बलरामपुर

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