मथुरा *:* गरीब परिवारों की कृषि की जमीन क इलावा रहने के मकान कई धोखाधड़ी से स्वर्ण समाज को कब्जे करवाए जा रहे हैं  – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

मथुरा *:* गरीब परिवारों की कृषि की जमीन क इलावा रहने के मकान कई धोखाधड़ी से स्वर्ण समाज को कब्जे करवाए जा रहे हैं 

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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक हिंदी समाचार पत्र (सम्पादक मुकेश भारती ) 9161507983

मथुरा *:* (विजय कुमार – ब्यूरो रिपोर्ट)


मथुरा *:* गरीब परिवारों की कृषि की जमीन क इलावा रहने के मकान कई धोखाधड़ी से स्वर्ण समाज को कब्जे करवाए जा रहे हैं  मध्यप्रदेश के रतलाम जिले मैं आलोट तहसील के ग्राम वासियों द्वारा मांग की गई है श्रीमान कमिश्नर और कलेक्टर साहब द्वारा होगी जनसुनवाई आलोट तहसील के एसडीएम और तहसीलदार और कई पटवारियों की मिलीभगत से गरीब परिवारों की कृषि की जमीन क इलावा रहने के मकान कई धोखाधड़ी से स्वर्ण समाज को कब्जे करवाए जा रहे हैं सरकारी भूमि माफियाओं को अवैध खनन के लिए दी जा रही है ग्राम वासियों की शिकायत करने पर भी माइनिंग विभाग बिगर अनुमति के एसडीएम तहसीलदार की मिलीभगत से अवैध खनन हो रहा है राजस्व विभाग के अधिकारी वहां के भू माफिया और अवैध खनन वालों के बंधुआ मजदूर की तरह काम कर रहे हैं जिले की आखिरी सीमा 100 किलोमीटर दूर होने की वजह से गरीब परिवार की बात कलेक्टर महोदय तक नहीं पहुंच पाती है आलोट तहसील के आसपास के गांव के गरीब परिवार बहुत ही परेशान है ऐसी तेज बारिश में 4 वर्ष पुराने प्राकृतिक आपदा के बाद आज दिन तक रहने के सही जगह चिन्हित करके नहीं दी गई आलोट राजेश्वर विभाग की लापरवाही की वजह से कई बच्चे और कई परिवार बीमारी के शिकार हो रहे हैं स्वास्थ्य चिकित्सालय में भी कोई उपचार सही नहीं होता है और उनको रतलाम रेफर करने पर रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं आलोट के रामसिंह दरबार मगरे (पहाड़ी)पर कई 30वर्षों से अधिक समय से अपने परिवार का गुजर-बसर करते हैं जिन को वोट देने का अधिकार तो आलोट का है मगर आलोट नगर परिषद द्वारा उनको किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं दिया जाता है आलोट में सरकारी निर्माण होने की वजह से इन गरीब परिवारों को 10 वर्ष पहले पूर्व में राम सिंह दरबार पर रहने के लिए पट्टे और ना कर दिए गई थी आज 2 वर्षों से बायपास रोड बनने की वजह से वहां के नेता और भूमाफिया उस जगह को खाली कराकर अपने कब्जा अधिग्रहण करना चाहते हैं करीब 40 परिवार जो एसटी एससी ओबीसी गरीब परिवार से आते हैं 150 की मजदूरी करने जाते हैं शाम को घर आते हैं तो भू-माफिया और राजेश्वर विभाग के संरक्षण प्राप्त गरीबों के मकान तोड़े दिए जाते हैं उनकी कुछ भी नहीं सुनते हुए अधिकारी अवैध भू माफियाओं से मिलीभगत से आलोट क्षेत्र में कई गांव में गरीबों को घर से बेघर कर दिया है जहां-जहां रोड निकले हैं वहां पर गरीबी हटाना तो दूर गरीबों को ही हटा दिया है 2017 और 2018 में प्राकृतिक आपदा में आलोट तहसील में कई गांव की आबादीय नदी तालाब की वजह से डूब में चले गए थे उन परिवार के लोग स्कूलों में और अन्य जगह रह रहे हैं उनकी रहने के लिए सरकारी स्कूल में श्रीमान कलेक्टर महोदय रुचिका चौहान जी द्वारा सुविधा की गई थी मगर वह आज भी लोग शासकीय भवन में ही रह रहे हैं एसडीएम साहब और राजस्व विभाग लापरवाही की वजह से उनको कहीं भी उचित जगह मकान के पट्टे या रहने की व्यवस्था नहीं की जा रही है जहां रोड पर सरकारी जमीन होती है गरीब परिवार की आबादी होती है और खेत खलियान होते हैं उनको राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा मिलीभगत से हटा दिया जाता है और जिनके संपूर्ण रेखा डेट एविडेंस के साथ मोहन परिहार हमारे पास है वहां पर भू माफियाओं का कब्जा करके जमीन उनके अधिग्रहण कर दी जाती है राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोग इसका लाभ उठा रहे हैं और कांग्रेस बीजेपी के एसटी एससी ओबीसी के नेता बंधुआ राजनीतिक नेता अपने टिकट के लालच में गरीब परिवारों की आवाज नहीं उठाना चाहते ऐसी स्थिति में इन गरीब परिवारों ने भीम आर्मी से कोर्ट में नोटरी करवा कर शपथ पत्र देकर भीम आर्मी से मदद मांगी है लगातार दो वर्षों से इनके मकान भीम आर्मी संगठन द्वारा बजाए जा रहे हैं कल आलोट तहसील के ग्राम वासियों ने प्रभारी मंत्री जी को लिखित में शपथ पत्र दिए हैं एसटी एससी ओबीसी के गरीब परिवार के मजबूत सामाजिक कार्यकर्ताओं की रिक्वेस्ट पर आश्वासन दिया है अगस्त महीने में उज्जैन कमिश्नर साहब और श्रीमान कलेक्टर महोदय द्वारा आलोट में शिविर कैंप लगाकर पूरी आलोट तहसील की जनसुनवाई आलोट में ली जाएगी सभी गरीब परिवारों आलोट जन सुनवाई के दौरान महापंचायत के रूप में समस्या का समाधान किया जाएगा इस मांग को लेकर आलोट के ग्राम वासियों ने प्रभारी मंत्री और कलेक्टर महोदय रूबरू चर्चा करते हुए बताया है, ,,,,,,,,, आपका अपना मोहन परिहार भीम आर्मी मध्य प्रदेश।


मथुरा *:* (विजय कुमार – ब्यूरो रिपोर्ट)

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