अमेठी मिलावट खोर अधिक मुनाफा कमाने के लालच में खाद्य पदार्थों में मिलावट कर रहें लोगों – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

अमेठी मिलावट खोर अधिक मुनाफा कमाने के लालच में खाद्य पदार्थों में मिलावट कर रहें लोगों

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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र (सम्पादक- मुकेश भारती :सम्पर्क सुत्र- 9161507983 ):
अमेठी: ( रमेश कुमार – ब्यूरो रिपोर्ट) शनिवार 21 अगस्त 2021


                    अमेठी मिलावट खोर अधिक मुनाफा कमाने के लालच में खाद्य पदार्थों में मिलावट कर रहें लोगों

बाजारों में धड़ल्ले से बेची जा रही मिलावटी सामग्री  अमेठी जगदीशपुर विकास खंड के अंतर्गत रक्षाबंधन का त्यौहार नजदीक आते ही नगर में खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले मौत के सौदागर सक्रिय हो गए हैं मिलावट खोर अधिक मुनाफा कमाने के लालच में खाद्य पदार्थों में मिलावट कर लोगों को बीमारियाँ बाँटने के साथ-साथ मौत को भी दावत दे रहे हैं रक्षाबंधन के त्यौहार पर प्रत्येक घरों में खाद्य पदार्थ खरीदा जाता है मिलावट खोर मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने में मस्त हैं बाजार में बिकने वाली देशी घी सरसों का तेल बेसन आटा हल्दी धनिया मिर्च दूध मावा मिठाई समेत तमाम खाद्य सामग्री में मिलावट की जा रही है नाम न छापने की शर्त पर एक दुकानदार ने बताया कि 180रूपये बिकने वाला सरसों के तेल में 70-80रूपये बिकने वाला पाम तेल मिलाया जा रहा है 90रूपये प्रति किलो बिकने वाले बेसन में कम कीमत का बिकने वाला मटर का बेसन मिलाकर बेंचा जा रहा है मिलावट खोर मुनाफा कमाने के लालच में लोगों के स्वास्थय के साथ खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं बढती मांग के कारण अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में व्यापारी मिलावटी खाध्य पदार्थ बेच रहे हैं ।खाद्य पदार्थ में मिलावट करने वाले रक्षा बंधन के त्यौहार व अन्य त्यौहारों में तमाम सामान बाहर से मंगा लेते हैं इतना ही नहीं अन्य खाद्य पदार्थों में भी मिलावट की जा रही है और इस प्रकार के मिलावटी खाद्य पदार्थ शरीर में पहुंच कर धीमे जहर का काम कर रहा है मिलावटी खाद्य पदार्थ खाने से लोग किडनी ब्लड प्रेशर,शुगर  कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं वहीं दूसरी ओर बड़े पैमाने पर सजी रंग बिरंगी मिठाई की दुकानों पर मिलावटी मावा व कृत्रिम रंगों से मिठाइयाँ तैयार की जा रही है और  समय समय पर खाद्य विभाग की टीम दुकानदारों के यहाँ जाँच पड़ताल करती है लेकिन चहेते दुकानदारों को पूरी तरह से नजर अंदाज कर देते हैं जिसकी चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही हैऔर दबी जुबान लोग कहते हैं कि सांठ गांठ की नीति के चलते कोई कार्यवाही नहीं की जाती ।

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