ayodhya news :अयोध्या मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा का आदेश बेअसर, अब तक छुट्टा गोवंश घूम रहे इधर-उधर
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अयोध्या मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा का आदेश बेअसर, अब तक छुट्टा गोवंश घूम रहे इधर-उधर
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा का आदेश बेअसर, अब तक छुट्टा गोवंश घूम रहे इधर-उधर घाटे का सौदा बनकर रह गई है खेतीकिसानों के दर्द को सरकार ने अब तक नहीं है चेती* अमानीगंज-अयोध्या भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले किसानों की भलाई को सरकार अपनी प्राथमिकता बताकर उनके कल्याण के लिए सिंचाई बिजली व उनके उपज की वाजिब कीमत दिलाने के लिए भले ही प्रयासरत हो लेकिन सरकार की कोशिश जमीनी हकीकत न बनकर कागजी आंकड़ों में सिमट कर रह गई है।जिसके फलस्वरूप किसानों के लिए खेती मुनाफे का सौदा न बनकर अब घाटे का सौदा बनती जा रही है।कुछ ऐसे ही हालात से जूझ रहे हैं अमानीगंज, मिल्कीपुर ,रुदौली सोहावल क्षेत्र के किसान।
बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र (सम्पादक मुकेश भारती- सम्पर्क सूत्र 9336114041 )
अयोध्या : (गोपीनाथ रावत – ब्यूरो रिपोर्ट ) दिनांक-19 जनवरी – 2022 बुधवार ।
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के किसानों की दशा दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है,इसकी खास वजह है छुट्टा मवेशी,आज किसानों की फसलों को इन जानवरों से खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है जब कि सरकार द्वारा गांवो में गौशालाएं बनाई गई कि छुट्टा जानवरों को पनाह मिल सके लेकिन गौशालाएं भी सो पीस बनकर रह गई हैं।गौशालाएं होने के बाद भी इन जानवरों को सड़कों,खेतों में घूमना पड़ रहा है जिसके चलते किसानों व राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।अब तक दो दर्जन से ज्यादा किसान अपनी जान सांडों से गंवा चुके हैं आज किसानों के सामने कई मुसीबतें खड़ी है जैसे खास कर संसाधन विहीन व निर्बल वर्ग किसान जिस प्रकार खेती की सिंचाई हेतु पानी व बिजली की कटौती से परेशान हाल में है।उसे देखकर यह लगता है कि छोटी जोत में पर्याप्त उत्पादन उनके लिए टेढ़ी खीर बन गया है ऊपर से खाद व डीजल व कीट नाशक दवाओं के बढ़ते दामों ने तो उन्हें इस उद्दम को अलविदा कहने पर बेबस कर दिया है। बिजली आपूर्ति की समस्या को देखे तो वह भी किसानों के लिए मुसीबत बन कर खड़ी रहती है।सरकार ने गांवो में किसानों को देखते हुए 18 घंटे बिजली उपलब्ध कराने का निर्देश जरूर दे दिया लेकिन इसे हकीकत के आइने में उतारने पर वह पूरी तरह सफल नहीं दिख रही है।इससे लघु व मध्यम वर्ग के किसानों को डीजल चालित नल कूपो से सिंचाई करना महंगा पड़ रहा है।बाधित विद्युत आपूर्ति से विवश होकर किसानों को प्राइवेट ट्यूबवेल धारकों का सहारा लेना महंगा पड़ रहा है।फसलों में कई बार पानी की जरूरत पड़ती है ऐसे में किसान काफी मेहनत के बाद फसल तैयार तो कर लेता है लेकिन जब हिसाब जोड़ता है तो उसकी लागत भी नहीं निकल पाती।ऐसे में जब तक सरकार फसल तैयार करने के लिए सभी सुविधाएं नहीं प्रदान करती तब तक किसानों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरना मुश्किल होगा।अपने को किसानों का हितैषी बताने वाली सरकार किसानों की इन समस्याओं का कैसे समाधान करती है यह तो समय ही बताएगा। हकीकत में देखा जाए तो भाजपा सरकार छुट्टा गोवंशो को गौशालाओं में शिफ्ट करवा दे तो किसानों के लिए राहत भरी सांस होगी।इस संबंध में संवाददाता द्वारा बीडीओ अमानीगंज व Ado अमानीगंज से बात करना चाहा तो उनका फोन नहीं उठा।
सांडों की बारात किसानों के खेत में।
भीषण ठंड से मरे थे भारी संख्या में कौवे, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई पुष्टि
मिल्कीपुर – अयोध्या खंडासा थाना क्षेत्र के चितौरा गांव स्थित बाग एवं खेत में तीन दर्जन कौवों के मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो गया है पोस्टमार्टम से डॉक्टर ने कौवा की मौत भीषण ठंड के चलते होना बताया है। वनरेंज कुमारगंज अंतर्गत खंडासा थाना क्षेत्र के चितौरा गांव के ग्रामीणों ने बीते शुक्रवार को अपने सरसों व गन्ने के खेतों में बड़ी संख्या में मृत पड़े कौवों को देखा था। ग्रामीणों ने कौवों के मरने की सूचना वन क्षेत्राधिकारी कुमारगंज आर. पी. सिहं को दी थी। जानकारी मिलते ही वन क्षेत्राधिकारी श्री सिंह, बीट प्रभारी वन दरोगा हौसिला प्रसाद पाण्डेय, वनरक्षक दीपक शुक्ला की टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने मृत पड़े कौवो को इकट्ठा करवा लिया था। सूचना पर पहुंचे पशु चिकित्साधिकारी खंडासा सूर्यपाल वर्मा द्वारा मृतक कौवो का पोस्टमार्टम किया गया था। पोस्टमार्टम में डॉक्टर ने भारी संख्या में कौवों की मौत का कारण स्पष्ट कर दिया। वन क्षेत्राधिकारी कुमारगंज आर. पी. सिंह ने बताया कि लगभग 35 कौवो की मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है जिसमें मौत का कारण अत्यधिक ठंड लगना बताया गया है।
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