महाविद्यालय में उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन कोविड प्रोटोकाल एवं आदर्श चुनाव संहिता का पालन करते हुए किया गया
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उ0प्र0 शासन एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार प्राचार्य डॉ. हेमन्त पाल के दिशा निर्देशन में आज महाविद्यालय में उत्तर प्रदेश दिवस का आयोजन कोविड प्रोटोकाल एवं आदर्श चुनाव संहिता का पालन करते हुए किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश : अतीत एवं वर्तमान विषय पर ऑनलाइन क्विज एवं इसी क्रम में आजादी का अमृत महोत्सव, उत्तर प्रदेश के उत्सव / मेलों का चित्रण एवं उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक व ऐतिहासिक विरासत का चित्रण विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
प्रतियोगिताओं का संयोजन डॉ. नूतन सिंह ने किया तथा डॉ. ज्योति पंत, डॉ. सुभाष चन्द्रा व श्री मोहम्मद आमिर ने सदस्य के रूप में सक्रिय योगदान दिया। इसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा विजेता छात्र-छात्राओं को ई-प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। पोस्टर प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल में डॉ. डी.एन. मालपानी, श्री विजय प्रताप सिंह, श्री सतेन्द्र पाल सिंह रहे । पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सूफियान सिद्दीकी, द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से समरा मंसूर एवं साजिद अली एवं तृतीय स्थान पर खुशी गुप्ता रहीं तथा सांत्वना पुरूस्कार प्रिया शुक्ला को प्राप्त हुआ। डॉ हेमन्त पाल : प्राचार्य-युवराज दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय;लखीमपुर खीरी,उ0 प्र0
सम्वाददाता : खजुरिया -रविप्रकाश :….23 जनवरी 2022 पुलिस की पिटाई से राहुल पुत्र लच्छीराम की मौत योगी सरकार की पुलिस का कमाल भाजपा नेता रोमी साहनी की सीट खतरे में खजुरिया और संपूर्णानगर की जनता बीजेपी का कर रही है विरोध । राहुल की बर्बरता पूर्वक की पिटाई ऐसा लगता है खजुरिया पुलिस मानवाधिकार की सारी सीमाओं को पार कर गई है। खजुरिया पुलिस बॉर्डर पर हो रहे तस्करी को रोकने में रहती है ना कामयाब। ग्रामीणों ने ऐसा आरोप लगाया क्षेत्र में कच्ची शराब का कारोबार बहुत तेजी से फैलता है और बॉर्डर पर आए दिन लाखों रुपए का सामान बॉर्डर इस पार से उस पार किया जाता है पुलिस उनको नहीं पकड़ती लेकिन निर्दोष को चौकी पुलिस चौकी में पकड़ कर इतनी पिटाई करती है कि पिटाई के उपरांत उसकी हो जाती है मौत, खजुरिया पुलिस और संपूर्णानगर थाने की पुलिस की बर्बरता खुलकर सामने आई देखना बाकी है जनपद लखीमपुर के पुलिस अधीक्षक खजुरिया पुलिस चौकी और संपूर्णानगर थाने की पुलिस को बर्खास्त करती है कि उनके पक्ष में कोई फैसला लेती है आपको बताते चलें चुनाव आयोग प्रभावी है फिर भी पुलिस बीजेपी के नेताओं के संरक्षण में काम कर रही है।
पुलिस की पिटाई से 17 वर्षीय आदिवासी राहुल की हुई मौत। खजुरिया पुलिस चौकी थाना संपूर्णानगर – लखीमपुर।
राहुल पुत्र लच्छीराम उम्र लगभग 16 वर्ष पता कमलापुर पीडिया फार्म चाचा के घर पर मोबाइल चोरी हुआ था ।मोबाइल चोरी के शक के आधार पर खजुरिया पुलिस ने राहुल को पुलिस चौकी खजुरिया पर पकड़ कर ले गई थी । सचिन एवं गौरव सिपाही एवं चौकी इंचार्ज खजुरिया ने पिटाई किया जिससे बाद में राहुल की मौत हो गई परिवारी जनों ने लगाया आरोप । आपको बताते चलें आरपी सिंह ने अपने टि्वटर हैंडल पर लिखा है कि पलिया संपूर्णानगर लखीमपुर खीरी में थारू जाति की एक नाबालिग बच्चे को थाने में योगी की आत्मनिर्भर पुलिस ने पीट-पीटकर मार डाला उस बच्चे के शरीर पर मारपीट के गंभीर निशान है जिले के कप्तान बंगले से बाहर नहीं निकलते इससे क्षेत्र की जनता में बढ़ा आक्रोश है वही मीनू बाराबंकी लखीमपुर मोबाइल चोरी पर पुलिस ने खजुरिया चौकी में 16 वर्ष के युवक को बंद करके पिटाई करने से युवक की मौत परिजनों ने मृतक लेकर पलिया खजुरिया मार किया जाम परिजनों ने SO संपूर्णानगर पर लगाए गंभीर आरोप ।
डॉ आंबेडकर मांगलिक भवन बनाने में लाखों रुपए घोटाले का पर्दाफाश; MP की बीजेपी सरकार कटघरे में।
बल्ह और मंडी सदर विधानसभा में बसपा कार्यकर्ताओ ने झमाझम बारिश में भी आम जनता को 26 जनवरी के प्रोग्राम के लिए किया आमंत्रित
23 जनवरी 2022 बहुजन समाज पार्टी के मुख्य प्रभारी हिमाचल प्रदेश व पूर्व राज्यसभा सांसद राजा राम बतौर मुख्य अतिथि 26 जनवरी को आयोजित “प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन” में आने की खबर से कार्यकर्ताओ में खुशी की लहर दौड़ गई है जिसके बाद पिछले तीन दिन से झमाझम बारिश में भी कार्यकर्ता प्रोग्राम की तैयारी में भारी उत्साह से जुटे हुए हैं ।
ऐडवोकेट नरेंद्र कुमार, प्रभारी, बसपा जिला मण्डी ने बताया कि झमाझम बारिश में भी बल्ह विधानसभा क्षेत्र में प्रो. प्रेम कुमार हवाल, प्रदेश महासचिव व प्रभारी मण्डी लोकसभा क्षेत्र के नेतृत्व में आम जनता को आमंत्रित करने का जोरदार अभियान चलाया गया जिसमे गांव गांव में जोरदार समर्थन के साथ साथ आम जनता में पार्टी के प्रति जागरूकता, बढ़ता विस्वास और मजबूत चाहत देखी गई ।
मण्डी सदर विधानसभा में डॉ. धर्म सिंह भाटिया, प्रदेश महासचिव के नेतृत्व में मण्डी शहर के आसपास कार्यकर्ताओ से मिलकर अभियान चलाया गया । जिसमे कार्यकर्ताओ और आम जनता में पार्टी के प्रति भारी उत्साह देखा जा रहा है इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए गठित कमेटी से भी फीड बैक लिया गया जिसमे रमेश कुमार, अध्यक्ष, बसपा जिला मण्डी, सरदार तरणजीत सिंह उपाध्यक्ष बसपा जिला मंडी, ज्ञान चंद, जिला महासचिव जिला, हरदेव सिंह जिला महासचिव, तारा सिंह, अध्यक्ष सदर विधानसभा क्षेत्र व अन्य कार्यकर्त्ता विशेष रूप से शामिल रहे ।
नेताजी के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता— ज्ञानेश पाल धनगर धूमधाम से मनाएंगे नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती
आज दिनांक 23/1/2022 दिन रविवार को हमराह एक्स कैडेट एन सी.सी. सेवा संस्थान के तत्वधान में विकास खंड सिधौली के ग्राम मनिकापुर में पराक्रम दिवस के अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 124 वीं जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई संस्थान के सदस्यों पदाधिकारियों ने नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला संस्थान के सचिव ज्ञानेश पाल धनगर ने बताया कि आजादी की बात हो और नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जिक्र ना हो, ऐसा कभी नहीं हो सकता है हम सब भारतीय नेताजी के बलिदान को कभी नहीं भुला सकते है सुभाष चंद्र बोस केवल एक इंसान का नाम नहीं है बल्कि ये नाम है उस वीर का है, जिनकी रगों में केवल देशभक्ति का खून बहता था। बोस भारत मां के उन वीर सपूतों में से एक हैं, जिनका कर्ज आजाद भारतवासी कभी नहीं चुका सकते हैं।
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओड़िशा के कटक शहर में हुआ था। उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और मां का नाम प्रभावती था।
और कहा कि नेता जी क्रांति से ही आजादी दिलाने के पक्षधर इसलिए उन्होंने इसमें विदेशों में रह कर अपनी भूमिका का बखूबी निर्वहन किया और नौजवानों को एकत्रित कर सन 1943 में आजाद हिन्द फौज का गठन किया। नेता जी महात्मा गांधी की अहिंसा वादी नीति से सहमत नहीं थे। इसीलिए उन्होंने नौजवानों में “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूँगा” का नारा बुलंद किया और युद्ध लड़कर अंग्रेजों को परास्त करने में अपनी भूमिका निभाई।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम के आदरणीय नेता , नेताजी थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने के लिए उन्होंने जापान के सहयोग से आजाद हिंद फौज का गठन किया। उनके द्वारा दिया गया , “जय हिंद” का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया। नेताजी की 5 जुलाई 1943 को सिंगापुर के टाउन हॉल के सामने सुप्रीमो कमांडर के रूप में सेना को संबोधित करते हुए दिल्ली चलो का नारा दिया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस सर्वकालिक नेता थे, वह ऐसे वीर सैनिक थे, इतिहास जिन की गाथा गाता रहेगा उनके विचार, कर्म और आदर्श अपनाकर राष्ट्र वह सब कुछ कर सकता है, जिसका वह हकदार है। नेता जी का कथन था – ” मुझे यह नहीं मालूम कि स्वतंत्रता के इस युद्ध में, हम में से कौन – कौन जीवित बचेंगे, परंतु मैं यह जानता हूं कि अंत में विजई हमारी ही होगी। यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी स्वतंत्रता का मूल्य खून से चुकाएं ।
और नेताजी सुभाष चंद्र बोस सुंदरता समर के अमर सेनानी, मां भारती के सच्चे सपूत थे। नेताजी भारतीय स्वाधीनता संग्राम के उन्हें योद्धाओं में से एक थे, जिनका नाम और जीवन आज भी करोड़ों देशवासियों को मातृभूमि के लिए समर्पित होकर कार्य करने की प्रेरणा देता है। उनमें नेतृत्व के चमत्कारिक गुण थे। जिनके बल पर उन्होंने आजाद हिंद फौज की कमान संभाल कर अंग्रेजों को भारत से निकाल बाहर करने के लिए एक मजबूत सशस्त्र प्रतिरोध खड़ा करने में सफलता हासिल की।
वही संस्थान के संगठन मंत्री हर्षवर्धन पाल ने कहा कि नेताजी के द्वारा कहे गए कथन – ” एक ही इच्छा होनी चाहिए, मरने की इच्छा ताकि भारत जी सके।” उन्होंने यह भी कहा – ” मेरे पास एक लक्ष है, जिसे मुझे हर हाल में पूरा करना है। मेरा जन्म उसी के लिए हुआ है । मुझे नैतिक विचारों की धारा में ही बहना है। इस दौरान राम सागर पाल, प्रदीप पाल, ज्योति, श्वेता पाल, सुनीता पाल ,सावित्री, हर्षवर्धन, प्रेमलता यादव, दीपक पाल ,प्रदीप रावत आदि लोग उपस्थित रहे।
सुभाष चंद्र बोस केवल एक इंसान का नाम नहीं है बल्कि ये नाम है उस वीर का है, जिनकी रगों में केवल देशभक्ति का खून बहता था। बोस भारत मां के उन वीर सपूतों में से एक हैं, जिनका कर्ज आजाद भारतवासी कभी नहीं चुका सकते हैं। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओड़िशा के कटक शहर में हुआ था।
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