लखीमपुर खारी प्रधान प्रतिनिधि ने अपने साथियों के साथ कोटेदार के कमरा का ताला तोड़कर उठवा दिया जबरन बोरिया
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लखीमपुर खारी प्रधान प्रतिनिधि ने अपने साथियों के साथ कोटेदार के कमरा का ताला तोड़कर उठवा दिया जबरन बोरिया
प्रधान के द्वारा की गई पर्ची पर राशन ना देने पर बौखलाए प्रधान पतिनिधि ने जबरन उठवा दी गेंहू चावल की बोरिया लखीमपुर खारी के सदर ब्लॉक के थाना फरधान की ग्राम पंचायत बेल में प्रधान रंजीत कुमार के प्रतिनिधि महेंद्र पाल सिंह पुत्र सुबेदार सिंह अपने 25/30 लोगों के साथ आकर गांव के कोटेदार सुर्जन कुमार के घर पहुंचा, और वहां पर राशन वितरण हो रहा था, प्रधान प्रतिनिधि ने सुरजन कुमार से कहा कि प्रधान के द्वारा काटी गई पर्ची पर राशन क्यों नहीं दे रहे हो, तो सूजन कुमार ने कहा प्रधान ने पहले भी बहुत पर्चियों पर राशन बटवा दिया है, अभी स्टाक कम हो चुका है, और हम इन लोगों को राशन नहीं दे पाएंगे, इतने में बौखलाया प्रधान प्रतिनिधि ने जबरन कमरे का ताला तोड़कर, लोगों से कहा की जाओ सभी लोग एक एक बोरी उठा लो, इतना सुनते ही गांव कि जनता टूट पड़ी और लगभग 40 बोरियां गेहूं, चावल की गायब हो गई।
बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक समाचार पत्र (सम्पादक मुकेश भारती ) मो ० 9336114041 )लखीमपुर खारी – (महताब अंसारी – ब्यूरो रिपोर्ट )- दिनांक 22 मार्च 2022- मंगलवार ।
प्रधान के द्वारा की गई पर्ची पर राशन ना देने पर बौखलाए प्रधान पतिनिधि ने जबरन उठवा दी गेंहू चावल की बोरिया लखीमपुर खारी के सदर ब्लॉक के थाना फरधान की ग्राम पंचायत बेल में प्रधान रंजीत कुमार के प्रतिनिधि महेंद्र पाल सिंह पुत्र सुबेदार सिंह अपने 25/30 लोगों के साथ आकर गांव के कोटेदार सुर्जन कुमार के घर पहुंचा, और वहां पर राशन वितरण हो रहा था, प्रधान प्रतिनिधि ने सुरजन कुमार से कहा कि प्रधान के द्वारा काटी गई पर्ची पर राशन क्यों नहीं दे रहे हो, तो सूजन कुमार ने कहा प्रधान ने पहले भी बहुत पर्चियों पर राशन बटवा दिया है, अभी स्टाक कम हो चुका है, और हम इन लोगों को राशन नहीं दे पाएंगे, इतने में बौखलाया प्रधान प्रतिनिधि ने जबरन कमरे का ताला तोड़कर, लोगों से कहा की जाओ सभी लोग एक एक बोरी उठा लो, इतना सुनते ही गांव कि जनता टूट पड़ी और लगभग 40 बोरियां गेहूं, चावल की गायब हो गई। और गोली तक मारने की धमकी भी दी, कोटेदार को मां बहन की गालियां देते हुए चले गए, और कहा कि कोटा चलाना हो तो हमारी प्रधानी तक हमारे कार्यकर्ताओं को इसी तरीके से राशन देना पड़ेगा वरना कोटे का इस्तीफा दे दो। जब ऑनलाइन सिस्टम के द्वारा फिंगर से राशन वितरण होता है तो प्रधान को पर्ची लिखकर राशन बटवाने का अधिकार कहाॅ से मिल गया, प्रधान के हस्ताक्षर व मोहर लगी सैकड़ो पर्चिया कोटेदार के पास मौजूद है। अब देखना यह है कि प्रधान व उसके प्रतिनिधि पर क्या कार्रवाई होती है, उसकी दबंगई यहीं पर खत्म हो जाएगी या अभी और आगे बढ़ेगी, थाने पर जाकर लिखित सूचना देने के बावजूद अभी तक पुलिस क्यों नहीं पहुंची।
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