गणित प्रोफेसरों के समक्ष रत्नेश शाक्य करेंगे संख्या बटे शून्य तथा शून्य बटे शून्य का प्रदर्शन – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

गणित प्रोफेसरों के समक्ष रत्नेश शाक्य करेंगे संख्या बटे शून्य तथा शून्य बटे शून्य का प्रदर्शन

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संवाददाता : :मैनपुरी : : अवनीश कुमार :: Date :10 – 9 -2022 ::मैनपुरी:–डीआईओएस मैनपुरी ने जनपद के सभी महाविद्यालयों के गणित के प्रोफेसरों को 11 सितंबर पूर्वाहन 10:30 बजे राजकीय जिला पुस्तकालय में उपस्थित होने के निर्देश जारी किए हैं।डीआईओएस ने बताया है कि सुल्तानगंज ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय जगतपुर में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत गणित शिक्षक रत्नेश कुमार उत्तर प्रदेश की विभिन्न उच्च शैक्षणिक संस्थाओं में विभाज्यता के महासूत्रों का प्रदर्शन कर चुके हैं।

Ratnesh Shaky
गणित प्रोफेसरों के समक्ष रत्नेश शाक्य करेंगे संख्या बटे शून्य तथा शून्य बटे शून्य का प्रदर्शन

अब जिलाधिकारी महोदय के आदेश पर गणितज्ञ रत्नेश शाक्य स्वयं द्वारा गणना करके निकाले गये अब तक अपरिभाषित संख्याओं जैसे संख्या बटे शून्य तथा शून्य बटे शून्य के मान का प्रदर्शन राजकीय जिला पुस्तकालय में करेंगे अतः जनपद के समस्त प्राचार्य/प्राचार्या अपने अपने महाविद्यालय के गणित प्रोफेसरों को जिला पुस्तकालय में उपस्थित होने के लिए निर्देशित करें। इसके अतिरिक्त उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा प्रिंट मीडिया के पत्रकार बंधुओं से भी नये सूत्रों के खोज के प्रदर्शन में उपस्थित रहने के लिए कहा है। रत्नेश शाक्य ने जिलाधिकारी को प्रेषित प्रार्थना पत्र में बताया है कि उनके द्वारा खोजे गए विभाज्यता के महासूत्र पांचजन्य, सामान्य ज्ञान दर्पण, धम्मदेशना प्रतियोगिता दर्पण एवं पंचशील कुशवाहा संदेश नामक प्रसिद्ध राष्ट्रीय पत्रिकाओं तथा कुछ शैक्षणिक बेवसाइट में प्रकाशित हो चुके हैं। कई संस्थाएं महासूत्रों की खोज करने हेतु रत्नेश शाक्य को दिल्ली, पंजाब, मथुरा, गौतमबुद्ध नगर, प्रयागराज आदि में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भी कर चुकी हैं।

 

इन स्थानों पर हो चुका है सफल प्रदर्शन

इससे पूर्व रत्नेश शाक्य बेसिक तथा माध्यमिक के गणित के शिक्षकों के समक्ष संख्या बटे शून्य तथा शून्य बटे शून्य का प्रदर्शन राजकीय जिला पुस्तकालय मैनपुरी तथा बी पी सिंह डिग्री कॉलेज किला रोड अलीगंज में भी कर चुके हैं।

संख्या बटे शून्य तथा शून्य बटे शून्य का ऐतिहासिक महत्व

प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ भास्कराचार्य द्वितीय (1114-1185) के अनुसार संख्या बटे शून्य बराबर अनंत होता है। प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त (598-670) के अनुसार संख्या शून्य बटे शून्य का मान शून्य होता है। प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन ( 1887-1920) के अनुसार शून्य बटे शून्य मान का मान एक होता है

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