पराली को जैविक खाद बनाने के लिए बांटे जा रहे डी-कंपोजर के पैक
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संवाददाता : : एटा :: :: Date ::5 .11 .2022 ::-गुरुवार को उप कृषि निदेशक रोताश कुमार ने बताया कि धान कटाई के बाद निकलने वाले फसल अवशेष को जलाने पर वायु प्रदूषण फैलता है। जिस पर शासन स्तर से पूरी तरह रोक लगी हुई है। ऐसे में फसल अवशेषों को जैविद खाद में तब्दील करने के लिए शासन ने किसानों को देने के लिए डीकंपोजर का वितरण शुरु कराया है। इस डीकंपोजर का उपयोग करने से किसान पराली को बगैर जलाए उसको जैविक खाद बना कर निस्तारण कर सकते है। जिले के किसानों को निशुल्क देने के लिए शासन से 63 हजार डीकंपोजर पैकेट प्राप्त हुए है। प्रति पैक की कीमत मार्केट में सौ रुपये है।”
गेहूं के बीज की पूर्ति कराने के लक्ष्य मिले : रबी संबंधी फसलों का उत्पादन कराने के लिए कृषि विभाग को लक्ष्य प्राप्त हो चुके है। इस बार विभाग को जिले में मक्का एवं मटर उत्पादन कराने के लक्ष्य प्राप्त नहीं हुए है।
बुधवार को उप कृषि निदेशक रोताश कुमार ने बताया कि शासनादेश के अनुसार इस बार जनपद में गेहूं का उत्पादन एक लाख 34 हजार 632 हेक्टेयर भूमि पर कराया जाएगा। इसी प्रकार जौ का उत्पादन 9712 एवं चने का उत्पादन 343 हेक्टेयर भूमि पर कराया जाएगा। इसी प्रकार मसूर का उत्पादन 2458, सरसों का उत्पादन 19 हजार 353 एवं तोरिया का उत्पादन 3708 हेक्टेयर भूमि कराए जाने के लक्ष्य प्राप्त हुए है। जिसमें से मसूर का उत्पादन 125, सरसों का उत्पादन 6185 एवं तोरिया का उत्पादन 3710 हेक्टेयर भूमि पर कराया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार शासन से मक्का एवं मटर उत्पादन कराने के लिए लक्ष्य प्राप्त नहीं हुए है।
बीज गोदामों पर गेहूं बीज का वितरण शुरू गुरुवार को उप कृषि निदेशक ने बताया कि जनपद के आठों ब्लॉक के बीज गोदामों पर कुल 3200 कुंतल गेहूं का बीज वितरित करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। प्राप्त लक्ष्य के सापेक्ष सभी गोदामों पर 2400 कुंतल बीज आ चुका है। जिसका वितरण शुरु किया जा चुका है। दो हेक्टेयर तक भूमि वाले किसानों को आधारीय एवं प्रमाणित बीज खरीदने पर 50 प्रतिशत का अनुदान डीवीटी के माध्यम से दिया जाएगा। इसी प्रकार सहकारी समितियों पर छह सौ कुंतल गेहूं का बीज वितरण किया जाएगा। वहीं प्राइवेट दुकानों से 59 हजार 916 कुंतल गेहूं के बीज की पूर्ति कराने के लक्ष्य मिले है। प्राइवेट दुकान से बीज लेने पर किसी प्रकार की कोई छूट नहीं है।
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