फैजनगर गांव के सचिवालय में लगी चौपाल, एसडीएम ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
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संवाददाता :: भुता बरेली:: राजदा{C07} :: Dt.23.12.2022:फैजनगर गांव के सचिवालय में लगी चौपाल, एसडीएम ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
बरेली फरीदपुर तहसील के ब्लॉक भुता के ग्राम फैजनगर के सचिवालय में एसडीएम ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। जो कार्यक्रम शासन की पहल पर सप्ताहिक स्तर पर चलेगा। जिसमें ग्रामीण लाभान्वित होंगे।
ग्राम फैजनगर में कल प्रशासन की पहल पर अभियान के तहत उप जिलाधिकारी पारुल तरार ने ग्राम सचिवालय फैज नगर में पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। इस मौके पर ग्रामीणों ने आयुष्मान कार्ड, मूल निवास, मृत्यु प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र आदि बनवाने को कहा गया। और 2011 के सूची के पात्रों के आयुष्मान कार्ड बनवाए जाने के लिए उप जिलाधिकारी ने कहा।इस मौके पर ग्रामीणों ने पानी के निकास,साफ सफाई, एवं पात्रों के कमरे बनवाने के लिए उप जिलाधिकारी से शिकायत एवं मांग की। उन्होंने शीघ्र समस्याओं का निराकरण करने के लिए कहा।
इस कार्यक्रम के मौके पर प्रधान पुत्र अमित गंगवार, डॉ जगपाल गंगवार, रोजगार सेवक हेमेंद्र कुमार, चकबंदी लेखपाल संजीव कुमार, सप्लाई स्पेक्टर मोहम्मद याकूब आदि के अलावा सैकड़ों की संख्या में गांव के लोग उपस्थित हुए। राजदा भुता,बरेली
संवाददाता :: कासगंज:: रवीश कुमार गौतम{C017} :: Dt.22.12.2022:
भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हुए मण्डल अध्यक्ष अरविंद मौर्य का सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने फूल माला पहनाकर व मिठाई खिलाकर दी बधाई
पटियाली विधानसभा के पूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष अरविंद मौर्य ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लखनऊ पार्टी कार्यालय पर सदस्यता लेने के बाद डीसी गार्डन पटियाली मे समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और पटियाली नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर बात विमर्श किया इस मौके पर सपा नगरध्यक्ष मोहम्मद शाहिद,प्रधान मुकेश यादव, चंदन पांडे,ललित मिश्रा,हिकमतअली, मोनू सक्सेना,गजेन्द्र यादव,डांं अहमदशेख, सुदेश यादव,विकास पाराशर,सुशील दिवाकर,निहालसिंह शाक्य,मार्शल सक्सेना, गुड्डू सैकी,पूर्व जिला पंचायत सदस्य उर्मेश यादव उर्फ पप्पू,नाशिर, सुरजीत कुमार,मनोज यादव,राशिद सैफी, सुबोध मौर्य, जगमोहन शाक्य,आदि सैकड़ों लोगों का फूलमाला पहनाकर व मिठाई खिलाकर बधाई दी ।। बहुजन इन्डिया 24 न्यूज ब्यूरो चीफ रवीश कुमार गौतम
जनपद कासगंज
“पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय,
ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय।”
अर्थ – कबीर दास जी के दोहे से समझ में आता है कि संसार की बड़ी-बड़ी पुस्तकें पढ़कर कितने ही लोग मृत्यु के द्वार तक पहुंच गए, मगर वे सभी विद्वान नहीं हो सके थे। वे कहते हैं कि इतन पढ़ने के बजाय अगर कोई प्रेम या प्रेम के ढाई अक्षर ही पढ़ ले यानी कि प्रेम के वास्तविक रूप को पहचान ले तो वह सच्चा ज्ञानी माना जाएगा
तुरंत ब्लड शुगर लेवल के स्तर को कैसे कम करें? Sugar Level Kam Karne ka Gharelu Upay
पहला उपाय : ये है कि जिस मरीज का ब्लड शुगर लेवल बड़ा हुआ है उसके लिए ब्लड शुगर लेवल के स्तर को कम करने लिए सुबह उठकर खाली पेट दो से तीन तुलसी की पत्ती चबाएं,या फिर आप चाहें तो तुलसी का रस भी पी सकते हैं । इससे आपका ब्लड शुगर नियंत्रण में आ जाएगा । तुलसी के सेवन के साथ में यदि आप शुगर को कम करने वाली दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो ध्यान रखें और डॉक्टर्स से परामर्श जरूर लें । क्योंकि शुगर को तेजी से कम करने का काम करती है ।
दूसरा उपाय: ये है कि जिस मरीज का ब्लड शुगर लेवल बड़ा हुआ है उसके लिए ब्लड शुगर लेवल के स्तर को कम करने का सबसे आसान तरीका है पानी। इस दौरान अगर आप पानी पीते हैं तो यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। आपको बता दें कि पानी के जरिए किडनी टॉक्सिन्स और इंसुलिन को शरीर से बाहर निकालने का काम करता है।
शुगर को कम करने के लिए क्या खाना चाहिए ?
डायबिटीज में अरहर की दाल, काबुली चने, हरे चने, कुलथी की दाल का सेवन अधिक करना चाहिए. डायबिटीज में कौन-से फल खाने चाहिए? शुगर के मरीज सेब, संतरा, आड़ू, बेरीज, चेरी, एप्रिकोट, नाशपाती और कीवी जैसे फल हर दिन खा सकते हैं. आप बिना गुड़ के उबाली हुई शकरकंद का सेवन भी कर सकते हैं. डॉ अजय अनंत चौधरी Dt.21-12-2022
मधुमेह के लिए प्राकृतिक घरेलू उपचार का अवलोकन।
मधुमेह रोग (Diabetes) एक ऐसी स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति के रक्त शर्करा ( blood sugar ) का स्तर सामान्य शर्करा के स्तर से ऊपर होता है। हम जो भी खाना खिलते है उसके पाचन के बाद वह ग्लूकोस बन जाता है। यह ग्लूकोस (glucose) खून के ज़रिये विभिन शरीर की कोशिकाओं तक पहुँचता है। और ऊर्जा पैदा होती है। इसलिए खाना खाते ही ग्लूकोस की मात्रा खून मे बढ़ जाती है। ग्लूकोस की मात्रा बढ़ते ही इन्सुलिन (insulin) नाम का हॉर्मोन (hormone) सतर्क हो जाता है और वह इस ग्लूकोस को शरीर की कोशिकायों मे प्रवेश करने मे मदद करता है।
जब इन्सुलिन की कमी होती है या शरीर इन्सुलिन प्रतिरोधक (insuline resistance) हो जाता है तो ग्लूकोस का कोशिकाओं मे प्रवेश कम हो जाता है। जिस कारण ग्लूकोस की मात्रा खून मे ज़ायदा हो जाती है। इस स्तिति को डायबिटीज या मधुमेह कहते है।
डायबिटीज को नियंत्रण करने के लिए ऐसा खाना, खाना चाहिए जो आप के ग्लूकोस की मात्रा को ज़ायदा नहीं बढ़ाये या अचानक तेज़ी से ग्लूकोस के स्तर को असंतुलित कर दे। डायबिटीज के मरीज़ों को इसलिए अपने खान पान पर बहुत धयान देना चाहिए।
घर पर प्राकृतिक रूप से मधुमेह का इलाज कैसे करें, इसका सरल उपाय है कि हमें अपने द्वारा खाए जाने वाले भोजन को भली भांति समझना चाहिए। कुछ खाद्य पदार्थ रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ाते हैं। ये उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स (High Glycemic index) वाले खाद्य पदार्थ कहलाते हैं। जबकि कुछ खाद्य उत्पाद बहुत धीरे-धीरे ग्लूकोज छोड़ने के लिए जाने जाते हैं। ये लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (low glycemic index) वाले खाद्य पदार्थ कहलाते हैं। इस प्रकार, निम्न और उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का उचित चयन ग्लूकोस के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।डॉ अजय अनंत चौधरी Dt.21-12-2022
संविधान के अनुच्छेद
अनुच्छेद 14 से 18 समानता का अधिकार:
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 16, 17 और 18 के तहत समानता का अधिकार दिया गया है। ये लेख नागरिकों को कानून के समक्ष समान व्यवहार और कानून की समान सुरक्षा, सार्वजनिक रोजगार में समान अवसर सुनिश्चित करते हैं और भेदभाव और अस्पृश्यता को रोकते हैं जो सामाजिक बुराइयाँ हैं।
अनुच्छेद 14 से 18 समानता का अधिकार:
अनुच्छेद 14 के अनुसार : भारत राज्य क्षेत्र में राज्य के किसी व्यक्ति को विधि के समक्ष समता और विधियों के समान संरक्षण से वंचित नहीं किया जाएगा इस अनुच्छेद में की दो बातें निहित है। यह अनुच्छेद बहुत व्यापक दृश्टिकोण के लिए संविधान में सम्मलित किया गया है।
विधि के समक्ष समानता : विधि के समक्ष समानता यह ब्रिटिश संविधान से ग्रसित किया गया है यह अनुच्छेद कानून समानता का नकारात्मक दृष्टिकोण है इसमें निम्न तीन अर्थ निकलता है।
1 – देश में कानून का राज: देश में सभी व्यक्ति चाहे वे जिस जाति धर्म व भाषा के हो सभी एक समान कानून के अधीन हैं कोई भी व्यक्ति कानून के ऊपर नहीं है।
2 – विधियों का समान संरक्षण: विधियों के समान संरक्षण यह अमेरिका संविधान से ग्रसित किया गया इसका अर्थ यह है कि समय परिस्थिति वाले व्यक्तियों को कानून के समक्ष सामान समझा जाएगा क्योंकि समानता का अधिकार का मतलब सब की समानता ना होकर सामान रूप में समानता है अर्थात एक ही प्रकार की योग्यता रखने वाले व्यक्तियों के साथ जाति धर्म भाषा व लिंग के आधार पर कोई भेदभाव ना किया जाए।
3-विधानी वर्गीकरण : भारतीय संविधान की विधानी वर्गीकरण के सिद्धांत का प्रतिपादन करता है जो अनुच्छेद 14 का उल्लंघन नहीं करता है विधानी वर्गीकरण का अर्थ है कि यदि एक व्यक्ति की अपनी आवश्यकता है परिस्थितियों के अनुसार अन्य से भिन्न है तो उसे एक वर्ग माना जाएगा और समानता का सिद्धांत उस पर अकेले लागू होगा लेकिन इसका आधार वैज्ञानिक तर्कसंगत या युक्त होना चाहिए।
इसमें नैसर्गिक न्याय का सिद्धांत निहित है। यह अनुच्छेद भारतीय संविधान का मूल ढांचा है। इसमें विधि के शासन का उल्लेख है। इसमें सर्वग्राही समानता का सिद्धांत पाया जाता है।
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