Lakhimpur News: बीडीओ प्रदीप चौधरी की अपमानजनक कार्यशैली से नाराज सैकड़ों पत्रकारों ने किया था बड़ा आंदोलन
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पत्रकार को खबर चलाना पड़ा भारी, खंड विकास अधिकारी ने पत्रकार को भेजी धमकी भरी नोटिस-पसगवां में बीडीओ रहने के दौरान भी पत्रकारों से बदसलूकी को लेकर चर्चा में रहे हैं बीडीओ प्रदीप चौधरी
बहुजन प्रेरणा एवं हिंदी दैनिक समाचार पत्र।
लखीमपुर खीरी। पत्रकार द्वारा खबर चलाये जाने पर खंड विकास अधिकारी के द्वारा पत्रकार को नोटिस भेजी गई है, जिससे जिले के पत्रकारों में एक बार फिर बीडीओ प्रदीप चौधरी के खिलाफ रोष व्याप्त हो रहा है।
एक चैनल के पत्रकार मुनीष वर्मा द्वारा लगभग 15 वर्षों से ब्लॉक नकहा पर तैनात राजकुमार वर्मा बाबू की खबर चलाना पत्रकार को भारी पड़ गया। खंड विकास अधिकारी ने धमकी भरी नोटिस पत्रकार को भेजते हुए हुए तीन दिन के अंदर खबर पर स्पष्टीकरण देने की बात कही है। नोटिस में खंड विकास अधिकारी का कहना है कि राजकुमार बाबू को ब्लॉक पर तैनात हुए अभी 03 वर्ष भी नहीं हुए हैं जबकि पत्रकार द्वारा 15 वर्षों से एक ही ब्लॉक पर तैनात होने की खबर चलाई गई थी जबकि पीड़ित पत्रकार के द्वारा यह खबर ब्लॉक के कुछ प्रधानों के द्वारा सूचना देने पर चलाई गई जो की खबर सूत्रों से चलाई गई थी जिसके ऑडियो पीड़ित पत्रकार के पास मौजूद है। खंड विकास अधिकारी के द्वारा नोटिस के जरिए बताया गया कि आपके द्वारा किन साक्ष्यो के आधार पर खबर प्रकाशित की गई।
बीडीओ प्रदीप चौधरी की अपमानजनक कार्यशैली से नाराज सैकड़ों पत्रकारों ने किया था बड़ा आंदोलन
विकासखंड के कई प्रधानों के द्वारा लगभग 15 सालों से एक ही ब्लॉक पर तैनात होने की पत्रकार को सूचना दी गई जिस पर पत्रकार के द्वारा सूत्रों के अनुसार खबर प्रकाशित की गई, जिसकी सभी रिकॉर्डिंग पत्रकार के पास साक्ष्य के तौर पर मौजूद हैं। खंड विकास अधिकारी द्वारा बताया गया कि खबर प्रकाशित होने से विकासखंड की छवि धूमिल हुई है, जबकि आए दिन सरकार द्वार चलाई जा रही अति महत्वाकांक्षी योजनाओं में भ्रष्टाचार से लेकर खबरें प्रकाशित की जाती रही हैं, जिस पर खंड विकास अधिकारी की नजर नहीं पड़ती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विकासखंड नकहा पर तैनात राजकुमार बाबू नकहा ब्लाक के साथ-साथ फूलबेहड़ लखीमपुर ब्लाक में भी अटैच रह चुके हैं। मगर वही कुछ लोगों का कहना है कि उक्त बाबू सिर्फ नकहा ब्लॉक में तैनात ही रहे हैं। खबर पर संज्ञान लेते हुए खंड विकास अधिकारी ने पत्रकार को नोटिस तो भेज दी, मगर तैनाती के आधार पर चलाई गई खबर कौन किस विकासखंड में अटैच रहा यह जानकारी नही दी गई।
वहीं बीडीओ की धमकी से पीड़ित पत्रकार के द्वारा जवाब एवं नोटिस जारी कर खंड विकास अधिकारी से आरटीआई जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के अंतर्गत सूचना मांगी गई है कि विकास खंड नकहा में तैनात रहे राजकुमार बाबू जनपद लखीमपुर खीरी में किस विकास खंड पर कितने- कितने दिन 2010 से 2024 तक तैनात रहे हैं। आईटीआई की सूचना दिए जाने पर संपूर्ण जानकारी नोटिस के जवाब के रूप में दोबारा एक बार फिर से पीड़ित पत्रकार ने दिए जाने की बात कही है। अब देखना यह है कि खंड विकास अधिकारी के द्वारा समस्त अभिलेख पीड़ित पत्रकार को उपलब्ध कराए जाते हैं या नहीं।
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