लखीमपुर खीरी : अपात्र जॉब कार्ड धारकों के नाम पर मनरेगा में लाखों की हेराफेरी
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बहुजन इंडिया 24 न्यूज़ व बहुजन प्रेरणा दैनिक हिंदी समाचार पत्र (सम्पादक मुकेश भारती ) 9161507983
लखीमपुर खीरी : (सर्वेश कुमार – ब्यूरो रिपोर्ट)
लखीमपुर खीरी : अपात्र जॉब कार्ड धारकों के नाम पर मनरेगा में लाखों की हेराफेरी
बीडीओ ने पंचायत मित्र से 40 हजार की रिकवरी कराई, रिपोर्ट लिखाने के आदेश
सदर ब्लॉक की ग्राम पंचायत अटकोनवा का मामला
लखीमपुर खीरी। सदर ब्लॉक की ग्राम पंचायत अटकोनवा में अपात्र जॉबकार्ड धारकों के नाम पर लाखों की हेराफेरी करने का मामला सामने आया है। शिकायत किए जाने के बाद जांच में आरोप सही मिले। पंचायत मित्र की भूमिका भी संदिग्ध मिली। इसके बाद बीडीओ संतोष कुमार ने आरोपी पंचायत मित्र से 40 हजार रुपये की रिकवरी कराई है। साथ ही पंचायत मित्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश ग्राम पंचायत अधिकारी (सचिव) को दिए हैं।
कोरोना काल में केंद्र सरकार ने मजदूरों को रोजगार देने के लिए खजाना खोला था, जिसमें अधिकारियों समेत मनरेगा कर्मचारियों ने भी सेंध लगाकर लाखों की हेराफेरी कर डाली है। 2020-21 में मनरेगा से 106.24 लाख मानव दिवस सृजित करते हुए तीन अरब 22 करोड़ नौ लाख 31 हजार रुपये खर्च किए गए, जबकि 2021-22 में भी 19 लाख से अधिक मानव दिवस सृजित किए जा चुके हैं। कोरोना काल में नए जॉबकार्ड बनाने की अनुमति दी गई थी, जिससे मौके का फायदा उठाते हुए पंचायत मित्रों ने गांवों में अपात्रों के भी जॉबकार्ड बनाकर मनरेगा में सेंध लगाने का जुगाड़ बना लिया हैै।
सूत्र बताते हैं कि फर्जी मस्टर रोल के जरिए अपात्रों के खाते में मनरेगा से भुगतान भेजा जाता है, जिसके बाद कार्डधारक को 200 से 500 रुपये का लालच देकर हजारों की रकम हड़प ली जाती है। अभी लखीमपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत अटकोनवा का मामला सामने आया है, जहां पर प्रधान बदलने के कारण इस मामले का खुलासा हो सका है।
ग्राम पंचायत अटकोनवा में नए प्रधान ने कामकाज संभाला तो अपात्रों के जॉबकार्ड बनाए जाने की जानकारी हुई। इसके बाद पता चला कि इन अपात्रों के खाते में 90-90 दिन काम करने की मजदूरी भेजी गई थी। इस मामले की शिकायत बीडीओ संतोष कुमार सिंह से की गई, तो जांच में परतें उधड़ गईं।
इस मामले को दबाने के काफी प्रयास हुए, लेकिन शिकायतकर्ता ने हार नहीं मानी। लिहाजा बीडीओ ने पंचायत मित्र नीतू वर्मा से करीब 40 हजार रुपये की रिकवरी कराई है। साथ ही सचिव रोली दुबे को आरोपी पंचायत मित्र के खिलाफ सरकारी धनराशि के गबन की रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।
ग्राम पंचायत अटकोनवा में मनरेगा की धनराशि अपात्र जॉब कार्डधारकों के खाते में भेजे जाने का मामला सामने आया था, जिसमें पंचायत मित्र को दोषी पाया गया है। क्योंकि जॉबकार्ड फीड कराने का काम पंचायत मित्र करता है। इसलिए पंचायत मित्र से करीब 40 हजार रुपये की रिकवरी कराई गई है और रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश पंचायत सचिव को दिए हैं। – संतोष कुमार सिंह, बीडीओ, लखीमपुर
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