फर्जी लोग फोन करके प्रधानाध्यापको पर किताब खरीदने का बना रहे दबाव – बहुजन इंडिया 24 न्यूज

फर्जी लोग फोन करके प्रधानाध्यापको पर किताब खरीदने का बना रहे दबाव

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तहसील उतरौला रिपोर्टर: फर्जी लोग फोन करके प्रधानाध्यापको पर किताब खरीदने का बना रहे दबाव ◆विभाग व जनप्रतिनिधि का नजदीकी बताकर स्कूलों को जबरन पुस्तके खरीदने को कर रहे विबश ◆परिषदीय प्रधानाध्यापक पर फर्जी लोगों से किताब खरीदने का दबाव ◆शिक्षक संगठन ने किया विरोध स्वेक्षा से शिक्षक खरीदेंगे लाइब्रेरी के बुक

महेश प्रसाद भारती
बहुजन इण्डिया 24 न्यूज
तहसील रिपोर्टर उतरौला बलरामपुर

बलरामपुर- विभाग में कुछ अनाधिकृत लोग बैठ कर शासन से निर्गत परिषदीय स्कूलों में खरीदी जानी वाली लाइबेरी सहित हिंदी गणित अंग्रेजी किट खरीदने के लिये शिक्षकों पर दबाव बना रहे है।इतना ही नही कई स्कूलों को किताबो का गट्ठर गिराकर जबरन चेक लेने के लिये दबाव बना रहे है।खुलेआम फर्जी लोगों द्वारा स्कूल शिक्षकों पर किताब खरीदने व चेक लेने के खेल को जानने के बाद भी बेशिक शिक्षा महकमा अनजान बना तमाशा देख रहा है।बुनियादी शिक्षा मजबूत करने के लिए राज्य सरकार भले ही परिषदीय स्कूलों को संसाधनों से लैस करने के लिए पानी की तरह पैसा खर्च कर रही हो।लेकिन हकीकत इसके विपरीत है जिले के कमपोजिट विद्यालय एवं प्राथमिक स्कूल में लाइब्रेरी की व्यवस्था के लिए धनराशि जारी की गई है। वही बच्चों को गणित किट एवं हिंदी किट के लिए भी धनराशि स्कूलों को दी गई है।विभाग से निर्गत धनराशि को स्कूल प्रधानाध्यापक स्वेच्छा से किसी भी बुक स्टॉल से निर्धारित प्रकाशन की किताबें खरीदकर स्कूल में रखकर बच्चों को तालीम दे सकते हैं।जिले में शासन के आदेशों को धत बताते हुए प्रधानाध्यापकों पर एमएस संजय कांट्रैक्टर एंड जनरल ऑर्डर सप्लायर नाम की संस्था के लोग प्रधानाद्यापको पर फोन करके दबाव डालकर लाइब्रेरी किट एवं हिंदी , गणित,अंग्रजी,हिंदी किट खरीदने को विवश कर दिए हैं।लोगों की माने तो जो संस्था द्वारा आपूर्ति की जा रही है वह विभाग के निर्धारित प्रकाशन की पुस्तकें नहीं है।वही प्रधानाध्यापकों का कहना है कि जब शासन ने स्वेच्छा से लाइब्रेरी एवं गणित हिंदी किट को खरीदने के लिए कह रखा है।तो ऐसे में फर्जी लोगों द्वारा प्रधानाध्यापकों पर फिट खरीदने के लिए दबाव बनाया जाना गलत है।सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि ऐसे लोग ब्लॉक संसाधन केंद्र श्रीदत्तगंज में जबरन गणित हिंदी किट के साथ लाइब्रेरी किट के झूले बनाकर रख आए हैं।और प्रधानाध्यापक पर दबाव बना रहे हैं कि उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए किट को खरीदें कमपोजिट एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में लाइब्रेरी के लिए ₹10000 की धनराशि निर्गत की गई है।वहीं प्राथमिक विद्यालय में लाइब्रेरी पुस्तकों के लिए ₹5000 एवं गणित किट के लिए 10,000 के साथ हिंदी कीट के लिए ₹12250 निर्गत किया गया है।आपूर्ति करने वाले लोग जबरदस्ती ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर बड़े-बड़े गट्ठर गिरा कर प्रधानाध्यापकों पर उनसे किताब खरीदने का दबाव बना रहे हैं।इनके इस कृत्य से विभाग मौन बना हुआ है।अध्यापकों सहित शिक्षक संगठनों ने ऐसे फर्जी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग जिलाधिकारी से की है।जो जबरन प्रधानाध्यापकों पर अपने सामग्रियों को खरीदने का दबाव बना रहे हैं।यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन जिला अध्यक्ष देव कुमार मिश्रा ने कहा कि शासन का सख्त निर्देश है कि जो भी स्कूलों को धनराशि निर्गत की जा रही है।शिक्षक स्वेच्छा से सामग्री खरीद कर स्कूलों में उपलब्ध कराएं लेकिन कुछ अराजक लोगों द्वारा राजनैतिक धौंस देकर जबरदस्ती अपने सामग्रियों को खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं। जिसका शिक्षक संगठन पुरजोर विरोध करेगा।यदि इनके कारनामे बंद नहीं हुए तो प्रदर्शन भी किया जाएगा।इस संबंध में खण्ड शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि लाइब्रेरी किट एवं हिंदी गणित किट खरीदने के लिए शिक्षक स्वतंत्र हैं। बीआरसी पर रखें किताबों के गट्ठर सामग्री की जानकारी नहीं है। प्रधानाध्यापक स्वेच्छा से मानक एवं निर्धारित प्रकाशक के अनुरूप पुस्तकों को खरीदकर स्कूलों में उपलब्ध कराएं शिक्षकों ने इस प्रकरण को शिक्षामंत्री के साथ मुख्यमंत्री तक बात रखने की बात कही है।इस कार्य मे यूपीटी के बगल एक ट्रेंड्स फर्म व इटियाथोक की एक संस्था पूरे जिले में बेशिक शिक्षा का कोई काम आता है तो एक जनप्रतिनिधि व विभाग अधिकारी का धौस देकर जबरन स्कूलों में विद्युतीकरण,यूनिफार्म,कम्प्यूटर लाइबेरी,विज्ञान लेब पुस्तकालय आदि का मानकविहीन सामग्री सप्लाइकर सरकारी धन का बंदरबाट किया है। लोगो का कहना है इन संस्थाओं से स्कूलों में आपूर्ति की गई सामानों के मानक की जांच की जाए। तो व्यापक पैमाने पर घोटाला उजागर होगा और कई सफेदपोश बेनकाब हो जाएंगे।तमाम आपूर्ति कागजो में भी होने की चर्चा है।

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